धौलपुर शहर में नगर परिषद मैदान पर लगने वाला शरद मेले में दुकानें तो पहुंची हैं लेकिन अभी रौनक नहीं है। आधे से ज्यादा मैदान खाली पड़ा है और एक हिस्से में अभी भी पानी भरा है। इससे पहले बारिश के चलते भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मेला मैदान में पानी भरने से झूले लगाने वालों को परेशानी उठानी पड़ी और स्थान बदलना पड़ा जिससे फायदा कम नुकसान अधिक हो रहा।
- दुकानदार पहुंचे, पर पहले जैसी नहीं रही रौनक
- शरद मेला महोत्सव
धौलपुर. धौलपुर शहर में नगर परिषद मैदान पर लगने वाला शरद मेले में दुकानें तो पहुंची हैं लेकिन अभी रौनक नहीं है। आधे से ज्यादा मैदान खाली पड़ा है और एक हिस्से में अभी भी पानी भरा है। इससे पहले बारिश के चलते भारी परेशानी का सामना करना पड़ा। मेला मैदान में पानी भरने से झूले लगाने वालों को परेशानी उठानी पड़ी और स्थान बदलना पड़ा जिससे फायदा कम नुकसान अधिक हो रहा। बता दे कि इस दफा नगर परिषद की ओर से करीब 81 लाख रुपए से अधिक में मेला को ठेका पर दिया है। ठेका पर देने का कार्य गत वर्ष से शुरू हुआ था।
अममून मेला दीपावली त्योहार के साथ ही शुरू हो जाता है लेकिन इस दफा ऐसा नहीं हो पाया। मेला के लिए निकाली निविदा प्रक्रिया में देरी हुई और फिर पहले करीब63 लाख रुपए ही बोली लगने पर प्रक्रिया को वापस शुरू किया। जिस पर बोली ८० लाख रुपए से ऊपर पहुंची। इस प्रक्रिया को लेकर भी कई सवाल उठ रहे हैं। ठेका होने के बाद नगर परिषद प्रशासन ने मेला मैदान में सफाई तक नहीं करवाई और न ही मिट्टी डलवाई। जिससे दुकानदार भी परेशान रहे। पत्रिका ने खबर प्रकाशित की तो परिषद प्रशासन नींद से जागा और सफाई कार्य करवाया।
अभी तक नहीं मिले स्थाई आयुक्त
उधर, शरद मेला बड़ा आयोजन है। लेकिन ठेका पर जाने के बाद से नगर परिषद कार्मिक और अधिकारी इस पर ज्यादा ध्यान नहीं दे रहे हैं। जबकि पहले नगर परिषद प्रशासन कार्य संभालती थी। लेकिन राजस्व नहीं आने से इसमें परिवर्तन कर दिया। वहीं, नगर परिषद में ट्रेप की कार्रवाई के बाद अभी तक स्थाई आयुक्त नहीं मिल पाया है। जिसके चलते ज्यादातर कामकाज कार्य वाहक संभाल रहे हैं।
- बारिश की वजह से मेला की व्यवस्थाएं बाधित हुई थी। मौसम साफ होने के साथ कार्य शुरू कर दिए हैं। मेले में सांस्कृतिक व समेत अन्य आयोजनों को लेकर विचार विमर्श हो रहा है।
- कर्मवीर सिंह, एसडीएम एवं कार्यवाहक आयुक्त नगर परिषद धौलपुर