कस्बा के महाकालेश्वर मंदिर पर टाइगर रिजर्व सेंचुरी के विरोध में जन सभा का आयोजन किया गया। जनसभा में धौलपुर करौली सहित अन्य जगहों से आए सर्व समाज के हजारों लोगों ने भाग लिया। बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि जल जंगल ओर जमीन हमारी है ओर सरकार हमारा अधिकार छीनना चाहती है। वक्ताओं ने कहा कि सरकार टाइगर रिजर्व सेंचुरी की आड़ में गांवों के विस्थापन करने की मंशा है जिसे हम पूरा नहीं होने देगे।
dholpur, सरमथुरा कस्बा के महाकालेश्वर मंदिर पर टाइगर रिजर्व सेंचुरी के विरोध में जन सभा का आयोजन किया गया। जनसभा में धौलपुर करौली सहित अन्य जगहों से आए सर्व समाज के हजारों लोगों ने भाग लिया। बैठक को संबोधित करते हुए वक्ताओं ने कहा कि जल जंगल ओर जमीन हमारी है ओर सरकार हमारा अधिकार छीनना चाहती है। वक्ताओं ने कहा कि सरकार टाइगर रिजर्व सेंचुरी की आड़ में गांवों के विस्थापन करने की मंशा है जिसे हम पूरा नहीं होने देगे। क्योंकि ये हमारे पूर्वजों की जमीन है वही इंसानों को हटाकर जानवरों को बसाने का प्रयास किया जा रहा है। जनता के साथ ऐसा अन्याय नही होने देगे। इस मौके पर मोहन सिंह गुर्जर, शेरा पहलवान, संजय अग्रवाल, किशन सिंह मीणा, सीताराम गुर्जर किसान नेता इन्दल सिंह जाट सहित बड़ी संख्या में लोग मौजूद थे।
नहीं छोड़ेंगे पूर्वजों की धरोहर
वक्ताओ ंने कहा कि वे अपनी भूमि को किसी भी कीमत पर छोडऩे को तैयार नहीं है। यह पूर्वजों की धरोहर है तथा उनके अस्तित्व का सवाल है। सरकार को इस योजना को निरस्त करना ही पड़ेगा क्योंकि यह लोगों के संवैधानिक अधिकारों के विरुद्ध है।
धौलपुर करौली क्षेत्र को संविधान की पांचवीं अनुसूची में शामिल करने का मुद्दा भी जोर शोर से उठाया गया। इसके साथ ही वन अधिकार अधिनियमए 2006 के तहत पात्र लोगों को पट्टे जारी करने की मांग भी उठाई। आंदोलन की रण नीति शीघ्र ही बनाई जाएगी।