रोग और उपचार

शरीर पर तिल का ज्योतिष से ही नहीं इस खतरनाक बीमारी से भी है नाता

Moles on body causes cancer : शरीर पर तिल का होना ज्योतिष के हिसाब से शुभ या अशुभ माना जा सकता है। लेकिन क्या आप जानते हैं शरीर पर तिल का अधिक मात्रा में होना कैंसर का कारण भी हो सकता है।

2 min read
Dec 13, 2024
Moles on body causes cancer

Moles on body causes cancer : मोल्स (नेवी) त्वचा पर सामान्य वृद्धि हैं, लेकिन कभी-कभी ये खतरनाक साबित हो सकते हैं। इनकी पहचान, बदलते लक्षण और संभावित जटिलताओं को समझना जरूरी है। आइए, इस विषय पर विस्तार से चर्चा करें।

मोल्स क्या हैं? What are moles?

मोल्स (Moles on body) छोटे, गहरे भूरे रंग के धब्बे होते हैं, जो त्वचा में रंगद्रव्य कोशिकाओं (मेलानोसाइट्स) के गुच्छों के कारण बनते हैं। ये आमतौर पर बचपन और किशोरावस्था में उभरते हैं।

रंग और बनावट: मोल्स भूरे, काले, लाल, नीले या गुलाबी हो सकते हैं। ये चिकने, झुर्रीदार, चपटे या उभरे हो सकते हैं।

आकार और आकार: अधिकतर मोल्स गोल या अंडाकार होते हैं और 6 मिमी से छोटे होते हैं।

स्थान: ये शरीर के किसी भी हिस्से पर हो सकते हैं, जैसे कि सिर, बगल, नाखून के नीचे, उंगलियों और पैर की उंगलियों के बीच।

कब हो सकता है कैंसर का खतरा? Moles on body causes cancer

ज्यादातर मोल्स (Moles on body) हानिरहित होते हैं, लेकिन कुछ दुर्लभ मामलों में ये कैंसर (मेलानोमा) का रूप ले सकते हैं। इसके लक्षण पहचानने के लिए ABCDE गाइड मददगार हो सकता है:

A (Asymmetry): मोल का एक हिस्सा दूसरे से अलग दिखे।

B (Border): किनारे अनियमित, खुरदरे या कटे-फटे हों।

C (Color): रंग असमान हो, या कई रंग नजर आएं।

D (Diameter): मोल का आकार 6 मिमी से बड़ा हो।

E (Evolving): मोल का आकार, रंग या ऊंचाई में बदलाव हो, या उसमें खुजली और खून आना शुरू हो जाए।

मोल्स कैंसर का कारण क्यों बनते हैं? Why do moles cause cancer?

जन्मजात बड़े मोल्स: अगर मोल का आकार जन्म के समय बड़ा हो तो उसमें कैंसर (Cancer) की संभावना थोड़ी बढ़ जाती है।

असामान्य मोल्स: बड़े और अनियमित आकार के मोल (डिसप्लास्टिक नेवी) आमतौर पर आनुवंशिक होते हैं।

मोल्स की संख्या: 50 से अधिक मोल्स होने पर कैंसर (Cancer) का खतरा बढ़ सकता है।

परिवार या व्यक्तिगत इतिहास: मेलानोमा का व्यक्तिगत या पारिवारिक इतिहास होना जोखिम बढ़ा सकता है।

मोल्स से जुड़े जोखिम कैसे कम करें?

त्वचा की नियमित जांच करें: मोल्स के आकार, रंग या बनावट में बदलाव पर ध्यान दें। हर महीने पूरे शरीर की जांच करें, खासकर यदि आपके परिवार में मेलानोमा का इतिहास हो।

सूरज की किरणों से बचाव:

सुबह 10 बजे से शाम 4 बजे तक धूप से बचें।
कम से कम SPF 30 वाले सनस्क्रीन का इस्तेमाल करें।
टोपी, लंबे कपड़े और सनग्लास पहनें।
टैनिंग बेड से बचें: टैनिंग लैंप और बेड UV किरणों का उत्सर्जन करते हैं, जो कैंसर का खतरा बढ़ा सकते हैं।

डॉक्टर से कब मिलें?

यदि मोल (Moles on body) असामान्य लगने लगे, आकार में बड़ा हो जाए, रंग बदल जाए या उसमें खून आना शुरू हो जाए, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें।

मोल्स सामान्य त्वचा वृद्धि हैं, लेकिन इनमें बदलाव को नजरअंदाज करना खतरनाक हो सकता है। समय-समय पर अपनी त्वचा की जांच करें और सुरक्षात्मक उपाय अपनाएं। यदि किसी मोल में बदलाव दिखे, तो डॉक्टर से सलाह जरूर लें।

Updated on:
13 Dec 2024 03:03 pm
Published on:
13 Dec 2024 01:56 pm
Also Read
View All

अगली खबर