Job Interview: फ्रेशर्स के बीच इंटरव्यू की तैयारी के हालात काफी खराब हैं। एक साल से कम के अनुभव वाले केवल 21% उम्मीदवार और सिर्फ 20% फ्रेशर्स ही खुद को इंटरव्यू के लिए तैयार मानते हैं।
Why freshers afraid of job interview: भारत के जॉब मार्केट में एक अजीब सी स्थिति बनी हुई है। एक तरफ युवाओं में नौकरी को लेकर मारामारी है और दूसरी ओर वे खुद को इंटरव्यू के लिए तैयार भी नहीं मानते हैं। ऑनलाइन प्लेटफॉर्म अपना.को(apna.co) की ओर से देशभर में कराए गए एक सर्वे में इस बात का खुलासा हुआ है कि देश में अवसरों और अभ्यर्थियों की तैयारी के बीच अंतर बढ़ता जा रहा है। नौकरी ढूंढने वाले केवल 32% लोग ही इंटरव्यू के लिए खुद को तैयार मानते हैं, जबकि 68% इससे पीछे हट जाते हैं।
फ्रेशर्स के बीच इंटरव्यू की तैयारी के हालात काफी खराब हैं। एक साल से कम के अनुभव वाले केवल 21% उम्मीदवार और सिर्फ 20% फ्रेशर्स ही खुद को इंटरव्यू के लिए तैयार मानते हैं। जबकि 6 साल से अधिक अनुभव वाले 49 लोग इंटरव्यू के लिए खुद को पूरी तरह तैयार मानते हैं। यह रिपोर्ट देश में नौकरी खोज रहे 10,000 से ज्यादा उम्मीदवारों से बातचीत के आधार पर तैयार की गई है। रिपोर्ट से पता चलता है कि नौकरी चाहने वालों के बीच कार्य अनुभव और इंटरव्यू के प्रति आत्मविश्वास के बीच एक मजबूत संबंध है। जितना ज्यादा अनुभव, इंटरव्यू को लेकर उतनी ही पुख्ता तैयारी रहती है।
रिपोर्ट में यह भी बताया गया है कि इंटरव्यू के प्रति आत्मविश्वास विभिन्न आयु समूहों में किस तरह से भिन्न होता है। ‘जेन एक्स’(Gen X) यानी 45 वर्ष से अधिक आयु वालों में सबसे अधिक आत्मविश्वास देखा गया। इनमें 54% प्रतिभागियों ने इंटरव्यू के लिए खुद को अच्छी तरह से तैयार पाया। मिलेनियल्स(millennials) यानी 25 से 44 वर्ष तक आयु वालों में आत्मविश्वास का स्तर 36% से कम है और जेन-जी(Gen-G) में आत्मविश्वास और कम पाया गया।
6+साल █████████████████████████████████████████████ 49%
3-6 साल ██████████████████████████████████ 34%
1-3 साल ██████████████████████████ 29%
<1 साल ███████████████████ 21%
रिपोर्ट में कहा गया है कि अंग्रेजी माध्यम की पृष्ठभूमि वाले उम्मीदवारों में सबसे ज्यादा आत्मविश्वास पाया गया, जिनमें 44% ने इंटरव्यू के लिए पर्याप्त रूप से तैयार होने का अनुभव किया। वहीं, हिंदी माध्यम के संस्थानों से 34% और क्षेत्रीय भाषा के स्कूलों से निकले अभ्यर्थियों में 26% ने ही खुद में आत्मविश्वास महसूस किया। इसका मतलब है कि इंटरव्यू को लेकर भाषाई दिक्कतें काफी ज्यादा हैं।