भारत में कई शहर अपने इतिहास, संस्कृति और आधुनिकता के लिए मशहूर हैं, लेकिन एक ऐसा शहर भी है, जिसकी पहचान बेहद अनोखी है। यह शहर देश का इकलौता शहर है जो एक साथ तीन राज्यों की राजधानी की भूमिका निभाता है।
अमूमन ऐसा होता है कि एक राज्य की एक राजधानी होती है। जब किसी शहर को राज्य की राजधानी बनाई जाती है तो उस शहर के भौगौलिक स्थिति, सुरक्षा, उस शहर से बाकि जिलों के लिए कम्युनिकेशन जैसी जरुरी चीजों को देखा जाता है। भारत में कई शहर अपने इतिहास, संस्कृति और आधुनिकता के लिए मशहूर हैं, लेकिन एक ऐसा शहर भी है, जिसकी पहचान बेहद अनोखी है। यह शहर देश का इकलौता शहर है जो एक साथ तीन राज्यों की राजधानी की भूमिका निभाता है। हम बात कर रहे हैं चंडीगढ़ की। चंडीगढ़, पंजाब और हरियाणा दोनों की साझा राजधानी है। इसके अलावा, यह शहर केंद्र शासित प्रदेश (Union Territory) के रूप में सीधे केंद्र सरकार के प्रशासन के अंतर्गत आता है। यही वजह है कि इसे तीन "राज्यों" की राजधानी कहा जाता है, पंजाब, हरियाणा और चंडीगढ़ (यूटी के रूप में)।
भारत की आजादी के बाद 1966 में पंजाब का पुनर्गठन हुआ। उस समय हरियाणा को अलग राज्य का दर्जा मिला, लेकिन चंडीगढ़ को किसी एक राज्य को देने के बजाय इसे संघ शासित प्रदेश घोषित कर दिया गया। इसके साथ ही तय किया गया कि यह शहर पंजाब और हरियाणा दोनों की राजधानी रहेगा। चंडीगढ़ को भारत का पहला "Planned City" कहा जाता है। इसकी रूपरेखा मशहूर फ्रेंच आर्किटेक्ट "Le Corbusier" ने तैयार की थी। शहर को इस तरह से डिजाइन किया गया है कि यहां चौड़ी सड़कें, हरियाली और सेक्टर-वार कॉलोनी मौजूद हैं। इसी वजह से इसे "City Beautiful" भी कहा जाता है।
चंडीगढ़ न सिर्फ प्रशासनिक दृष्टि से महत्वपूर्ण है, बल्कि यह शिक्षा और रोजगार का भी हब है। यहां पंजाब यूनिवर्सिटी समेत कई नामी शैक्षणिक संस्थान और रिसर्च सेंटर मौजूद हैं। साथ ही, यहां से पंजाब और हरियाणा दोनों राज्यों के सचिवालय, विधानसभा और उच्च न्यायालय संचालित होते हैं।