सिनेमा की दुनिया में कैमरे के पीछे भी अनगिनत ऐसे काम हैं, जिनसे न सिर्फ आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं, बल्कि एक सफल करियर भी बना सकते हैं। इनके लिए कोर्स भी करवाया जाता है। आइये जानते इन कोर्सों के बारे में।
Short Courses For Film Industry In India: अक्सर जब कोई कहता है कि वह फिल्म इंडस्ट्री में काम करना चाहता है, तो लोग मान लेते हैं कि उसका सपना हीरो या एक्ट्रेस बनने का है। लेकिन सच्चाई यह है कि सिनेमा की दुनिया में कैमरे के पीछे भी अनगिनत ऐसे काम हैं, जिनसे न सिर्फ आप अच्छा पैसा कमा सकते हैं, बल्कि एक सफल करियर भी बना सकते हैं। आज हम आपको फिल्म इंडस्ट्री से जुड़े कुछ अहम डिप्लोमा कोर्स के बारे में बता रहे हैं, जिन्हें 6 महीने से 1 साल में किया जा सकता है। खास बात यह है कि इन कोर्स की फीस बहुत ज्यादा नहीं होती, लेकिन इनसे मिलने वाली कमाई लाखों तक पहुंच सकती है। आइये जानते इन कोर्सों के बारे में।
सिनेमेटोग्राफी में डिप्लोमा
सिनेमेटोग्राफी फिल्म का सबसे महत्वपूर्ण हिस्सा माना जाता है। इस फील्ड में काम करने वाले व्यक्ति को डायरेक्टर ऑफ फोटोग्राफी (DOP) भी कहा जाता है। इनका काम कैमरे, लाइटिंग और फ्रेमिंग की बारीकियों को संभालना होता है, ताकि हर सीन परफेक्ट दिखे। किसी भी मीडिया या फिल्म इंस्टिट्यूट से सिनेमेटोग्राफी में एक साल का डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। 12वीं या ग्रेजुएशन के बाद भी इस कोर्स को किया जा सकता है।
ऑडियो एडिटिंग में डिप्लोमा
ऑडियो एडिटिंग का काम फिल्मों में बेहद जरूरी है, क्योंकि हर आवाज चाहे वह जूतों की टक-टक हो या बारिश की बूंदें ऑडियो एडिटर की मेहनत का नतीजा होती है। देश में कुछ ही संस्थान यह कोर्स कराते हैं, इसलिए इस क्षेत्र में प्रोफेशनल्स की कमी है और कमाई के अवसर अधिक हैं। 12वीं के बाद इस कोर्स को किया जा सकता है।
वीडियो एडिटिंग में डिप्लोमा
वीडियो एडिटर फिल्म के अलग-अलग हिस्सों को जोड़कर उसे एक सुंदर कहानी का रूप देता है। शूटिंग के बाद असली जादू एडिटिंग रूम में ही होता है। फिल्म रिकॉर्ड होने पर वीडियो एडिटर ही पूरा मुक्कम्मल फिल्म तैयार करता है। इसमें भी कई कॉलेज या इस्टीटूट से वीडियो एडिटिंग का कोर्स किया जा सकता है। इसके बाद फिल्मों, OTT प्लेटफॉर्म्स और डिजिटल कंटेंट एजेंसियों में इस कोर्स के बाद बढ़िया सैलरी पर नौकरी पाया जा सकता है।
VFX (विजुअल इफेक्ट्स) में डिप्लोमा
आज की फिल्मों में विजुअल इफेक्ट्स का इस्तेमाल तेजी से बढ़ा है। बाहुबली, रा-वन और ब्रह्मास्त्र जैसी फिल्मों ने दिखाया कि बिना VFX के आधुनिक सिनेमा अधूरा है।
आप 12वीं या ग्रेजुएशन के बाद किसी भी मीडिया कॉलेज से VFX में एक साल का डिप्लोमा कोर्स कर सकते हैं। इसके बाद फिल्म, वेब सीरीज और गेमिंग इंडस्ट्री में बढ़िया नौकरी पाया जा सकता है।
सेट डिजाइनिंग में डिप्लोमा
सेट डिजाइनर का काम होता है किसी फिल्म या शो के लिए स्क्रिप्ट के अनुसार लोकेशन का सेट तैयार करना। उदाहरण के तौर पर, अगर जयपुर के महल जैसा सीन मुंबई में शूट करना है, तो वही माहौल स्टूडियो में तैयार करना सेट डिजाइनर की जिम्मेदारी होती है। इस फील्ड में भी करियर का बढ़िया ऑप्शन है। सेट डिजाइनिंग में 1 साल का कोर्स होता है।