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State Capital Rules: किसी राज्य की राजधानी कैसे तय होती है, जानिए नियम और शर्तें

Rules for State Capital Selection: भारत जैसे विशाल देश में हर राज्य की राजधानी का अपना ऐतिहासिक, प्रशासनिक और भौगोलिक महत्व होता है। लेकिन क्या जानते हैं कि किसी भी राज्ये का राजधानी कैसे तय होती है? चलिए हम आपको बताते हैं।

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Sep 19, 2025
राज्य की राजधानी कैसे तय होती है? (Image Source: Gemini AI)

State Capital Selection: हर राज्य की कोई ना कोई राजधानी होती है। एक राजधानी देश की पहचान दर्शाती है और अक्सर महत्वपूर्ण सरकारी भवनों, वित्तीय संस्थानों और पर्यटन के आकर्षणों का केंद्र होती है। लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि राज्यों की राजधानी कैसे तय की जाती है। अगर नहीं तो, चलिए हम आपको बताते हैं।

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कौन तय करता है राजधानी (Who Decides The Capital)

किसी भी राज्य की राजधानी तय करने का अधिकार मुख्य रूप से राज्य सरकार के पास होता है। हालाकि, संसद को संविधान के अनुच्छेद 3 के तहत नए राज्य बनाने या राज्य की सीमाओं में बदलाव करने का अधिकार होता है। जिसमें राजधानी तय करना भी शामिल हो सकता है। इसके अलावा केंद्र सरकार के पास भी उच्च न्यायालयों की स्थापना का अधिकार है, जो न्यायिक राजधानी तय करने की शक्ति प्रदान करता है।

क्या कहता है भारतीय संविधान? (What does the Indian Constitution say)

भारतीय संविधान में राजधानी तय करने के लिए कोई विशेष अनुच्छेद नहीं है। लेकिन, संबंधित राज्य का प्रशासनिक कार्य उस शहर में स्थापित होता है जिसे सरकार राजधानी घोषित करती है।

राजधानी तय करने की प्रक्रिया (Procedure for Deciding the Capital)

  • जब कोई राज्य अपनी राजधानी बदलना चाहता है या किसी नए राज्य की स्थापना होती है, तो राज्य विधानसभा केंद्र सरकार से एक प्रस्ताव पारित कर अपील कर सकती है।
  • भारतीय संविधान के अनुच्छेद 2 और 3 के तहत, संसद को राज्य की सीमाओं को निर्धारित करने और नए राज्यों को स्थापित करने का विशेष अधिकार प्राप्त है।
  • राजधानी तय करने का अंतिम निर्णय संसद द्वारा एक कानून पारित करके ही किया जाता है।

राजधानी तय करने की शर्तें (Conditions for Fixing the Capital)

भौगोलिक स्थिति (Geographical location)

राजधानी शहर राज्य के केंद्र में हो, ताकि सभी जिलों से आसानी से वहां पहुंचा जा सके।

कनेक्टिविटी और संचार (Connectivity and Communication)

शहर में अच्छी परिवहन व्यवस्था, रेल, सड़क और हवाई मार्ग से जुड़ाव हो, जो सरकारी कामकाज के लिए महत्वपूर्ण है।

ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व (Historical and Cultural Significance)

कुछ शहरों को उनके लंबे ऐतिहासिक और सांस्कृतिक महत्व के कारण भी राजधानी चुना जाता है।

आधुनिक सुविधाएं (Modern Conveniences)

राजधानी शहर में आवश्यक बुनियादी ढांचे, जैसे बिजली, पानी और संचार की सुविधाएं होनी चाहिए।

क्या राज्य अपनी राजधानी बदल सकते हैं? (Can States Change their Capital)

राज्य सरकार चाहे तो विधानसभा के माध्यम से प्रस्ताव पारित कर नई राजधानी घोषित कर सकती है। जैसे, महाराष्ट्र की दो राजधानियां हैं, मुंबई और नागपुर। वैसे ही आंध्र प्रदेश में अमरावती, विशाखापट्टनम और कर्नूल को लेकर बहु-राजधानी योजना प्रस्तावित की गई थी।

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