शिक्षा

MBBS सीटें बढ़ीं, पर कट-ऑफ कितना रहेगा? NEET 2026 की तैयारी से पहले जान लें CBT मोड और NMC के नियम

सीटों की संख्या में इजाफे के साथ-साथ, मेडिकल प्रवेश प्रक्रिया में भी बदलाव आया है। अभी तक NEET UG परीक्षा ऑफलाइन OMR मोड में आयोजित कराई जाती थी, जिसमें बदलाव किया गया।

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Dec 06, 2025
NEET 2026 Exam Guidelines(Image-Freepik)

NEET 2026: राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) ने वर्ष 2025 में चिकित्सा शिक्षा के क्षेत्र में कई बड़े बदलावों की घोषणा की है, जो NEET 2026 की तैयारी कर रहे छात्रों के लिए जानना बहुत जरूरी है। इन परिवर्तनों में मुख्य रूप से MBBS सीटों में बड़ी बढ़ोतरी और NEET परीक्षा के आयोजन के तरीके में बदलाव शामिल हैं। NEET 2026 से पहले जान लें राष्ट्रीय चिकित्सा आयोग (NMC) के 2025 के सभी बड़े बदलाव।

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NMC ने MBBS सीटों में की बड़ी बढ़ोतरी

सितंबर 2025 में NMC ने 2025-26 के लिए एमबीबीएस (MBBS) सीटों की संख्या में बढ़ोतरी की घोषणा की। कुल सीटें बढ़ी 29 अक्टूबर 2025 को जारी हुई अपडेटेड सीट मैट्रिक्स के अनुसार, AIIMS, INIs और JIPMER सहित देश में MBBS सीटों की कुल संख्या 2024-25 के मुताबिक 1,17,750 से बढ़कर 2025-26 के लिए 1,28,875 हो गई है। नई सीटें और कटौती की बात करें तो AIIMS और JIPMER को छोड़कर, इस साल 11,350 नई सीटें शामिल की गई हैं। हालांकि, रिन्यूअल प्रोसेस के दौरान 456 सीटों की कटौती भी की गई है।

NEET 2026: नीट एग्जाम CBT मोड में कराने की तैयारी

सीटों की संख्या में इजाफे के साथ-साथ, मेडिकल प्रवेश प्रक्रिया में भी बदलाव आया है। अभी तक NEET UG परीक्षा ऑफलाइन OMR मोड में आयोजित कराई जाती थी, लेकिन 2025 में हुई चर्चाओं के बाद 2026 से एग्जाम को कंप्यूटर मोड (CBT) में कराने की तैयारी की जा रही है। इसके कई फायदे भी बताये जा रहे हैं। जैसे यह लॉजिस्टिक्स को आसान बनाएगा, स्टूडेंट्स को यात्रा करने में होने वाली परेशानियों में कमी आएगी, दूरदराज के इलाको में रहने वाले स्टूडेंट्स के लिए एग्जाम की पहुंच बेहतर होगी। साथ ही भविष्य में होने वाले NEET एग्जाम अच्छे से हो सकें, इसके लिए सरकार कई जगहों पर कंप्यूटर सेंटर बनाने की सोच रही है, जहां डिजिटल तरीके से परीक्षा ली जाएगी।

NEET 2026: रिजर्वेशन और कोटा में भी सुधार

रिजर्वेशन, राज्य कोटा वितरण, और मैनेजमेंट सीट बंटवारें में भी कुछ छोटे बदलाव किए गए हैं। ये बदलाव रिजनल बैलेंस को बेहतर बनाने और सभी को समान अवसर देने के लिए किये गए है। मेडिकल शिक्षा में हुए इन बदलावों का मकसद मेडिकल एडमिशन प्रोसेस को बेहतर और सबके लिए एक जैसा बनाना है। एग्जाम पैर्टन को मॉडर्न बनाने से सबको बराबर और बेहतर अवसर मिलेंगे।

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Updated on:
06 Dec 2025 11:53 am
Published on:
06 Dec 2025 11:49 am
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