MIT Admission: आईआईटी और एनआईटी के तर्ज पर MIT में भी नई मशीनें लाई गई हैं। एमआईटी के मैकेनिकल ब्रांच के विभागाध्यक्ष ने इसकी जानकारी दी है।
MIT Admission: एमआईटी के छात्रों के लिए खुशखबरी है। एमआईटी के मैकेनिकल ब्रांच के छात्रों को अब शोध के लिए आईआईटी और एनआईटी नहीं जाना होगा। वह एमआईटी में ही अपना शोध पूरा कर सकेंगे। आईआईटी और एनआईटी के तर्ज पर MIT में भी नई मशीनें लाई गई हैं। एमआईटी के मैकेनिकल ब्रांच के विभागाध्यक्ष प्रो.आशीष श्रीवास्तव ने इसकी जानकारी दी।
मैकेनिकल ब्रांच के छात्रों के लिए विदेशी संस्थान जैसी लैब की व्यवस्था की गई है। एडवांस मैन्युफैक्चरिंग लैब और मशीन ड्रॉइंग लैब स्थापित किए गए हैं। अब यहां के मैकेनिकल ब्रांच के छात्रों को लैब व प्रोजेक्ट्स के लिए दूसरे संस्थान में नहीं जाना होगा। इन मशीनों की मदद से वे अपने प्रोजेक्ट्स को बेहतर तरीके से डिजाइन कर सकेंगे।
एमआईटी के मैकेनिकल ब्रांच में जो मशीने लाई गई हैं, उनसे बीटेक और एमटेक दोनों छात्रों को फायदा होगा। एमआईटी के मैकेनिकल ब्रांच में थ्री डी प्रिंटर भी आ गया है। इससे किसी भी प्रोजेक्ट की डिजाइन का थ्री डी प्रिंट अब आसानी से निकाला जा सकता है। साथ ही ये मशीन बायोमेडिकल ब्रांच के छात्रों के भी काम आएंगी। मैकेनिकल विभाग को कई सॉफ्टवेयर भी मिले हैं, जिनमें एन्सिस, सालिड वर्क और मैट लैब शामिल हैं।