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Sunita Williams: जानिए कितनी पढ़ी-लिखी हैं सुनीता विलियम्स, इस तरह से मिली सफलता

Sunita Williams In Space: सुनीता मई 1987 में अमेरिकी नौसेना में भर्ती हुईं। 6 महीने के बाद उन्हें बेसिक डाइविंग ऑफिसर बनाया गया। 1989 में वे नेवल एविएटर बनीं। आइए, जानते हैं उनका अब तक का सफर कैसा रहा है

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Sunita Williams

Sunita Williams In Space: सुनीता विलियम्स अंतरिक्ष का वो चेहरा हैं जिन्हें हर कोई जानता है। उन्होंने अंतरिक्ष में सबसे अधिक समय तक चलने का रिकॉर्ड बनाया है। इन दिनों वो स्पेस में फंसे रहने के कारण चर्चा में हैं। हालांकि, अब उनका अंतरिक्ष यान इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से जुड़ गया है। भारतीय मूल की एस्ट्रोनॉट सुनीता विलियम्स को इस मुकाम तक पहुंचने में काफी वक्त लगा। 

अपने परिवार की सबसे छोटी बेटी हैं सुनीता 

सुनीता विलियम्स के पिता दीपक पंड्या गुजरात के रहने वाले हैं और उनकी मां उर्सुलाइन बोनी पंड्या एक स्लोवेनियाई-अमेरिकी थीं। दीपक पंड्या जोकि एक न्यूरोएनाटोमिस्ट रह चुके हैं वे 1958 में अहमदाबाद से अमेरिका चले गए और मैसाचुसेट्स में रहने लगे। सुनीता अपने परिवार की सबसे छोटी संतान हैं।

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1987 में अमेरिकी नौसेना में हुईं भर्ती (Success Story)

सुनीता विलियम्स ने 1983 में नीधम हाई स्कूल और 1987 में यूएस नेवल एकेडमी से फिजिकल साइंस में बीएससी की डिग्री हासिल की। उन्होंने 1995 में फ्लोरिडा इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से इंजीनियरिंग मैनेजमेंट में मास्टर ऑफ साइंस की डिग्री हासिल की। सुनीता मई 1987 में अमेरिकी नौसेना में भर्ती हुईं। 6 महीने के बाद उन्हें बेसिक डाइविंग ऑफिसर बनाया गया। 1989 में वे नेवल एविएटर बनीं।

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5 जून को शुरू हुई थी यात्रा, स्पेस में फंस गई हैं सुनीता (Sunita Williams)

बता दें, सुनीता विलियम्स ने बैरी विल्मोर के साथ 5 जून को अंतरिक्ष की यात्रा शुरू की थी। शुरुआत में उनका मिशन महज 8 दिनों का था, लेकिन स्पेसक्रॉफ्ट में तकनीकी खामी की वजह से अभी तक वह अंतरिक्ष से वापस नहीं आ सकी हैं। स्पेसक्राफ्ट में हीलियम रिसाव और थ्रस्टर में खराबी देखी गई थी और इस वजह से उनकी वापसी नहीं हो पाई है। लेकिन अच्छी बात ये रही कि उनका अंतरिक्ष यान इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन (ISS) से जुड़ गया। हालांकि, नासा का कहना है कि वो फंसी नहीं हैं।