NEET Success Story: राजस्थान की रहने वाली रूपा यादव ने बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना देखा था। लेकिन उनके परिवार वालों ने उनकी छोटी उम्र में ही शादी करा दी। जानिए, उनके संघर्ष से लेकर सफलता तक की कहानी। रूपा ने कैसे नीट परीक्षा क्रैक किया
NEET Success Story: नीट परीक्षा का परिणाम आ चुका है। बिना नीट परीक्षा पास किए छात्रों को मेडिकल कॉलेज में दाखिला नहीं मिलता है। ये परीक्षा बहुत ही कठिन है। लेकिन हमारे बीच बहुत से ऐसे लोग हैं जो सभी तरह की परेशानियों के बीच भी सफलता हासिल कर लेते हैं। आज हम बात करेंगे ऐसी ही एक कैंडिडेट की, जिन्होंने गरीबी और कई सामाजिक दबावों के बाद भी नीट परीक्षा पास की। हम बात कर रहे हैं रूपा यादव (Rupa Yadav Success Story) जिन्होंने वर्ष 2017 में परीक्षा में सफलता हासिल की थी।
राजस्थान की रहने वाली रूपा यादव (Rajasthan Married Girl Rupa Yadav) ने बचपन से ही डॉक्टर बनने का सपना देखा था। लेकिन उनके परिवार वालों ने उनकी छोटी उम्र में ही शादी करा दी। रूपा की शादी सिर्फ 8 सालों में हो गई थी। उनका जन्म एक गरीब किसान परिवार में हुआ था।
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रूपा और उनकी बहन दोनों की ही शादी एक ही परिवार में हुई थी। रूपा बचपन से ही पढ़ना चाहती थीं। उनके घर वालों ने तो इस बात को नहीं समझा। लेकिन रूपा के पति और देवर ने लगन और निष्ठा को देखकर रूपा का साथ दिया। रूपा के भाई ने भी आर्थिक रूप से उनकी पढ़ाई में सहयोग किया।
आर्थिक तंगी और घर की जिम्मेदारियों के बावजूद रूपा ने 12वीं में 84 प्रतिशत अंक लाए थे। उन्होंने उसी साल बीएससी कोर्स में दाखिला लिया और AIPMT परीक्षा के लिए बैठीं, जिसमें उन्हें AIR- 23,000 रैंक हासिल हुए। हालांकि, उनकी रैंक बहुत अच्छी नहीं थी। लेकिन इससे उनके पति और देवर प्रोत्साहित हुए और उन्होंने रूपा को कोटा भेजने का मन बनाया। गरीबी से जूझ रहे परिवार के लिए ये काफी मुश्किल फैसला था। लेकिन न तो रूपा ने हार मानी और न उनके परिवार वाले पीछे हटे।
परिवार ने पर्याप्त पैसे इकट्ठा करके रूपा को मेडिकल एंट्रेंस की कोचिंग के लिए कोटा भेजा। रूपा को कोचिंग की ओर से स्कॉलरशिप मिली और इस तरह उन्होंने अपनी पढ़ाई पूरी की। 2017 में नीट परीक्षा दी थी। उन्हें नीट परीक्षा में 720 में से 603 अंक हासिल हुए। एआईआर 2,612 रैंक के साथ रूपा ने बाजी मार ली।