IRS Shraddha Joshi Success Story: श्रद्धा मूल रूप से उत्तराखंड की रहने वाली हैं। उनका जन्म 5 मार्च, 1979 को उत्तराखंड के अल्मोडा नामक एक छोटे से गांव में हुआ था। एक छोटे से शहर में पलने-बढ़ने से लेकर यूपीएससी तक का सफर तय करना श्रद्धा के लिए इतना आसान नहीं रहा।
IRS Shraddha Joshi Success Story: 12th फिल्म वाले मनोज शर्मा और श्रद्धा जोशी की कहानी तो सभी जानते हैं। लेकिन बहुत कम लोग IRS श्रद्धा जोशी के बारे में अच्छी तरह से जानते हैं। कम ही लोग जानते हैं कि उनका भी एक स्ट्रगल रहा है। श्रद्धा जोशी की यात्रा धैर्य, दृढ़ संकल्प और अटूट फोकस की कहानी है। आइए, जानते हैं उनके बारे में विस्तार से-
श्रद्धा मूल रूप से उत्तराखंड की रहने वाली हैं। उनका जन्म 5 मार्च, 1979 को उत्तराखंड के अल्मोडा नामक एक छोटे से गांव में हुआ था। एक छोटे से शहर में पलने-बढ़ने से लेकर यूपीएससी तक का सफर तय करना श्रद्धा के लिए इतना आसान नहीं रहा।
श्रद्धा की शैक्षणिक प्रतिभा अल्मोडा में उनकी स्कूली शिक्षा के दौरान ही दिख गई थी। स्कूली शिक्षा के बाद उन्होंने गुरुकुल कांगड़ी, हरिद्वार से आयुर्वेदिक चिकित्सा और सर्जरी में स्नातक की उपाधि प्राप्त की। अपनी पेशेवर यात्रा शुरू करते हुए, उन्होंने उत्तराखंड के एक अस्पताल में एक डॉक्टर के रूप में अपनी विशेषज्ञता प्रदान की। इसी दौरान हुए एक हादसे ने उनकी जिंदगी बदल दी।
इस दौरान अस्पताल में दहेज उत्पीड़न से प्रताड़ित एक लड़की आई, जिसे पूरी तरह से जला दिया गया था। उस हादसे ने श्रद्धा की दुनिया बदल दी। उन्हें एहसास हुआ कि इस प्रोफेशन में वो सेवा तो कर सकती हैं। लेकिन असल रूप से समाज की मदद तभी कर पाएंगी जब उनके हाथ में ताकत होगी। फिर क्या था उन्होंने दिल्ली आकर सिविल सेवा परीक्षा की तैयारी करने का फैसला किया।
परीक्षा की जटिलताओं से निपटने के लिए दृढ़ संकल्पित होकर, वह आईएएस कोचिंग संस्थान में मार्गदर्शन लेने के लिए दिल्ली चली गईं। उनके समर्पण का फल तब मिला जब उन्होंने 2007 की यूपीएससी परीक्षा में जीत हासिल की, अखिल भारतीय रैंक 121 हासिल की और भारतीय राजस्व सेवा (आईआरएस) अधिकारी की प्रतिष्ठित उपाधि अर्जित की। यूपीएससी की तैयारी के दिनों में कोचिंग में जोशी की मुलाकातमनोज शर्मासे हुई और दोनों को एक दूसरे को प्यार हो गया। अंततः उन्होंने शादी कर ली।
श्रद्धा जोशी की कहानी सफलता की वो कहानी है, जिसमें व्यक्ति अपनी सीमाओं के परे जाकर जीत हासिल करता है। उनके अटूट दृढ़ संकल्प और धैर्य के कारण ही वे इस कठिन परीक्षा में सफल हो पाईं। श्रद्धा ने वर्ष 2005 में पीसीएस परीक्षा में सफलता हासिल की थी और इसी के साथ वे नैनीताल में डिप्टी कलेक्टर बनीं। बाद में उन्होंने UPSC CSE परीक्षा पास की और 2007 में AIR 121वीं के साथ भारतीय राजस्व सेवा (IRS) हासिल किया।