Indigo की कई फ्लाइट अभी भी कैंसिल हो रही है। इस संकट से पहले DGCA ने विमानों के परिचालन के लिए कुछ जरुरी दिशानिर्देश जारी किये थे। लेकिन क्या आप जानते हैं कि DGCA क्या काम करती है?
What Is DGCA: देश में इंडिगो फ्लाइट्स का संकट अभी भी पूरी तरह खत्म नहीं हुआ है। कई उड़ानें लगातार रद्द हो रही हैं और इसके पीछे नए पायलट ड्यूटी नियम, इंडिगो की प्लानिंग में कमियां और एयरलाइन व DGCA के बीच चल रही बातचीत को प्रमुख कारण माना जा रहा है। एयरलाइन ने DGCA को यह भी बताया है कि नए नियम लागू होने के बाद केबिन क्रू की उपलब्धता कम हो गई, जिससे शेड्यूल प्रभावित हुआ है। इस पूरे विवाद के बीच अक्सर यह सवाल सामने आता है कि DGCA क्या है और इसकी भूमिका क्या होती है। आइए जानते हैं DGCA क्या काम करती है?
DGCA यानी Directorate General of Civil Aviation भारत में सिविल एविएशन की मुख्य नियामक संस्था है। यह तय करती है कि उड़ानें किन मानकों पर संचालित होंगी, पायलट किस प्रक्रिया के तहत ट्रेनिंग लेंगे और लाइसेंस हासिल करेंगे और विमान तकनीकी रूप से सुरक्षित हैं या नहीं। DGCA पायलटों को लाइसेंस जारी करता है, एयरलाइन कंपनियों और विमानों को प्रमाणित करता है, किसी भी विमान हादसे या गंभीर घटना की जांच करता है और टेक्निकल स्टाफ के लिए नियम तय करता है। उड़ान सुरक्षा की निगरानी, विमानों की नियमित जांच और फ्लाइंग ट्रेनिंग संस्थानों को मान्यता देने की जिम्मेदारी भी DGCA के हाथ में ही होती है। कुल मिलाकर DGCA इस बात की निगरानी रखता है कि विमान कौन उड़ा रहा है, कैसे उड़ा रहा है और उड़ान कितनी सुरक्षित है।
देशभर में फ्लाइट के परिचालन के लिए DGCA ने कुछ दिशानिर्देश जारी किया था। इसके तहत पायलट के लिए आराम और ड्यूटी घंटे के नियमों में बदलाव किया गया था। इसके साथ ही कई और बदलाव क्रू और पायलट की सुविधा के लिए किया गया था। लेकिन Indigo ने बताया कि इन नियमों को लागू करने के कारण ये परेशानियां आ रही थी। बढ़ते संकट को देखते हुए सरकार ने फिलहाल इस नियम और कानून को वापस ले लिया है। DGCA की ही जिम्मेवारी होती है कि सभी जरुरी नियमों का पालन एयरलाइन कंपनी करें।