200 year old temple found in Farrukhabad फर्रुखाबाद में नंदी महाराज लकड़ी के ढेर के नीचे मिले तो भोले बाबा की खोज हुई। जो भूसे में मिले। हिंदू महासभा ने शिवालय की साफ सफाई कराई। पुलिस, एलआईयू और राजस्व विभाग को भी मामले की जानकारी दी गई। अब जलाभिषेक की तैयारी हो रही है।
200 year old temple found in Farrukhabad संभल में मंदिर घटना के बाद प्राचीन मंदिरों के विषय में जानकारी निकल कर सामने आ रही है। कानपुर के बाद अब फर्रुखाबाद में भी 200 साल पुराना शिवालय मिला है। जिसके अंदर भूसा और गोबर के कंडे भर दिए गए थे। यही नहीं मंदिर में ताला भी डाल दिया गया था। इसकी जानकारी सामने आने के बाद हिंदू महासभा के पदाधिकारी ने मौके पर पहुंचकर खोजबीन की। नंदी महाराज मिलने के बाद शिवलिंग की खोज होने लगी। जो भूसे के देर के नीचे मिले। मंदिर मिलने की जानकारी पुलिस और राजस्व विभाग को दी गई। मौके पर पहुंची टीम ने स्थलीय निरीक्षण किया। मामला मऊदरवाजा थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव का है। हिंदू महासभा ने 30 दिसंबर सोमवार को जलाभिषेक करने का निर्णय किया है।
उत्तर प्रदेश के फर्रुखाबाद के मऊ दरवाजा थाना क्षेत्र के माधोपुर गांव गंगा नदी के किनारे स्थित है। ग्रामीणों का कहना है कि एक समय यहां पर एक दर्जन से अधिक शिवालय हुआ करते थे। जिनका धार्मिक और पौराणिक महत्व है। दुर्वासा ऋषि आश्रम के महंत ईश्वर दास ने कहा कि शिवालय की स्थिति देखकर बहुत कष्ट हुआ। जिसमें गलत तरीके से ताला पड़ा हुआ है। नंदीश्वर को लकड़ी से पाट दिया गया। नंदीश्वर मिलने के बाद शिवलिंग की खोज हुई तो खंडित अवस्था में भूसे के डेढ़ में मिली।
महंत ईश्वर दास ने कहा कि आगामी सोमवार 30 दिसंबर को वह शिवालय में जलाभिषेक करेंगे। जिसमें हिंदू महासभा के पदाधिकारी भी शामिल होंगे। राजस्व विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई है। जिनकी तरफ से मंदिर स्थलीय निरीक्षण किया गया। भविष्य में इस तरह की घटनाएं न हो इस बात को ध्यान में रखते हुए कार्रवाई की जा रही है।