फर्रुखाबाद

जेल में लखपति बना कैदी, फतेहगढ़ जेलर ने बताया कहां से आया पैसा

Fatehgarh जिला जेल में पांच साल से बंद कैदी कुलदीप लखपति बन गया। उसके पास कहां से आया इतना पैसा और क्या है इसके पीछे की कहानी आइए बताते हैं… 

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Prisoner Kuldeep receiving amount from Jail Adminstration

‘किताब तकदीरे यूं ही नहीं बदला करतीं, मेहनत की कलम से पन्ने भरने पड़ते हैं’ यह लाइन Fatehgarh के जेल में बंद कैदी कुलदीप पर बिल्कुल सटीक बैठती हैं। जेल में अपनी मेहनत और लगन से कुलदीप ने एक लाख चार हजार रुपये कमाए हैं। गुरुवार को जेल प्रशासन ने उन्हें ये पैसे सौंप दिए। मेहनत की कमाई मिलने के बाद कुलदीप के चेहरे पर खुशी की लहर साफ दिखाई दी।

कुलदीप ने कैसे कमाए पैसे? 

कुलदीप 17 नवंबर 2017 से जेल में बंद है। वो पढाई में ग्रेजुएट है। जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद ने कुलदीप को कैदियों के प्रार्थन पत्र लिखने के काम पर लगाया था। कुलदीप जेल में बंदी मित्र के रुप में काम करने में लगा रहता था। उसकी मेहनत और लगन को देखते हुए नेशनल लीगल सर्विस अथॉरिटी (NLSA) के जिला सचिव अचल प्रताप सिंह ने 19 मई 2022 को जेल में ‘लीगल ऐड क्लिनिक’ पर पैरा लीगल वॉलंटियर का काम दे दिया। अपने काम को कुलदीप मेहनत से करता रहा।

नालसा सचिव ने पैसे दिए 

Fatehgarh नालसा के वर्तमान सचिव संजय कुमार ने कलदीप के मेहनताने को उसके बैंक खाते में ट्रांसफर किया और इसकी सूचना Fatehgarh जेल अधीक्षक को दी। जेल अधीक्षक ने कुलदीप के खाते का बैंक स्टेटमेंट निकलवाया और उसे इसकी सूचना दी। मेहनताना पाने के बाद कुलदीप के खुशी का ठिकाना नहीं था।

जेल अधीक्षक ने क्या कहा ?

Fatehgarh जेल अधीक्षक भीमसेन मुकुंद ने बताया कि नियम के अनुसार दूसरे काम में लगे कैदियों का भुगतान भी किया जाता है। कई ऐसे कैदी हैं जो जेल में रहते हुए मेहनत कर पैसे कमाकर घर चलाते हैं और अपने बच्चों के स्कूल की फीस भरते हैं। अपने मेहनत के पैसों से अपने वकील हायर करते हैं और अपने केस की पैरवी भी करते हैं।

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