Aashadh Gupt Navratri: हिंदू कैलेंडर के चौथे महीने की शुरुआत हो गई है। इसी महीने में मां दुर्गा की साधना का पर्व गुप्त नवरात्रि शुरू हो रही है। विशेष बात यह है कि इस बार गुप्त नवरात्रि नौ नहीं दस दिन का होगा। आइये जानते हैं देवशयनी एकादशी, जगन्नाथ रथ यात्रा समेत जून जुलाई में पड़ने वाले पर्व और त्योहार की लिस्ट (list of June July Vrat festivals) ...
आषाढ़ मास की शुरुआत 23 जून रविवार से हो गई है। धार्मिक दृष्टि से यह माह काफी महत्वपूर्ण माना गया है। इस माह से चातुर्मास के साथ त्योहारों की शुरुआत होगी। पूरे महीने में 15 से अधिक प्रमुख व्रत और त्योहार रहेंगे। देवशयनी एकादशी के साथ गुप्त नवरात्र, जगन्नाथ रथयात्रा, गुरु पूर्णिमा जैसे प्रमुख व्रत और त्योहार होने से जगत के पालनहार भगवान विष्णु की पूजा आराधना के लिए यह महीना खास रहेगा।
आषाढ़ माह में देवशयनी एकादशी के साथ चातुर्मास की शुरुआत होगी। देवशयनी एकादशी 17 जुलाई को मनाई जाएगी। इसके साथ ही तीज त्योहारों की शुरुआत हो जाएगी। चार माह तक साधु संत एक ही स्थान पर रहकर साधना करेंगे। शहर में कई संतों द्वारा चातुर्मास में साधना की जाएगी। ज्योतिषाचार्य डॉ.हुकुमचंद जैन के मुताबिक आषाढ़ का महीना भगवान शिव और विष्णु को समर्पित होता है।
आषाढ़ मास का कृष्ण पक्ष इस बार 13 दिन का ही होगा। इस पक्ष में प्रतिपदा और चतुर्दशी तिथि का क्षय हो गया है। ऐसा संयोग इस वर्ष सूर्य और चंद्र की गति के कारण बन रहा है। जून के आखिरी सप्ताह में तिथियों के क्षय होने से आषाढ़ कृष्ण पक्ष 15 की बजाय 13 ही दिन का रहेगा। 23 जून से 5 जुलाई के बीच दो तिथियां क्षय होने से यह स्थिति बनेगी। जब-जब ऐसा संयोग आता है, देश-दुनिया में आपदा या अप्रत्याशित घटना की आशंका रहती है।
आषाढ़ माह में गुप्त नवरात्रि भी पड़ रहे हैं। शुरुआत 6 जुलाई से होगी, जो 15 जुलाई भड़लिया नवमी तक रहेंगे। इस बार दस दिन के नवरात्र रहेंगे। यह नवरात्र मनोकामना पूर्ति की साधना के लिए विशेष शुभ माने गए हैं। गुप्त नवरात्र में अनेक स्थानों पर कई साधक गुप्त साधना करेंगे और दस महाविद्याओं की आराधना करेंगे। सात जुलाई को जगन्नाथ रथयात्रा का आयोजन भी किया जाएगा।
इस बार पर्व-त्योहारों की तिथियों में कई बदलाव देखने को मिलेंगे। देवशयनी एकादशी 17 जुलाई से चातुर्मास की शुरुआत होगी। चातुर्मास का समापन 12 नवंबर को देवउठनी एकादशी पर होगा। इस बार चातुर्मास 118 दिन का रहेगा, जबकि पिछले साल चातुर्मास 148 दिन का रहा था। यह दुर्लभ संयोग 31 साल बाद देखने को मिला हैं।
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25 जून संकष्ठी चतुर्थी
29 जून शीतला अष्टमी
02 जुलाई योगिनी एकादशी
03 जुलाई प्रदोष व्रत
05 जुलाई हलहलिनी अमावस्या
06 जुलाई गुप्त नवरात्र शुभारंभ
07 जुलाई जगन्नाथ रथयात्रा
15 जुलाई भड़लिया नवमी
16 जुलाई आशा दशमी
17 जुलाई देवशयनी एकादशी
18 जुलाई प्रदोष
21 जुलाई गुरु पूर्णिमा व्यास पूजा