Bihar Election: हम सेक्युलर पार्टी के वरिष्ठ नेता और बिहार विधानसभा चुनाव में टेकारी से NDA के उम्मीदवार डॉ. अनिल कुमार पर चुनाव प्रचार के दौरान असामाजिक तत्वों ने हमला कर दिया। हमले वे घायल हो गए और फिलहाल अस्पताल में उनका इलाज चल रहा है।
Bihar Election: बिहार विधानसभा चुनाव में उस वक्त सनसनी फैल गई जब गया जिले के टिकारी विधानसभा क्षेत्र में एनडीए (NDA) प्रत्याशी और हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (HAM) के वरिष्ठ नेता अनिल कुमार पर जनसंपर्क के दौरान जानलेवा हमला हुआ। यह घटना टिकारी प्रखंड के दिघौरा गांव की बताई जा रही है, जहां अनिल कुमार का काफिला प्रचार अभियान के लिए पहुंचा था। अचानक गांव के कुछ असामाजिक तत्वों ने काफिले पर पत्थरबाजी और गोलीबारी शुरू कर दी। देखते ही देखते मौके पर भगदड़ मच गई और इलाके में दहशत फैल गई।
घटना में विधायक और प्रत्याशी अनिल कुमार गंभीर रूप से घायल हो गए। मिली जानकारी के अनुसार, उनके सिर पर चोट लगी है और एक हाथ टूट गया है। घायल अवस्था में उन्हें तुरंत पास के अस्पताल में भर्ती कराया गया, जहां उनका इलाज जारी है। हमले में अनिल कुमार के कई समर्थक भी घायल हुए हैं, जबकि काफिले में शामिल कुछ वाहनों के शीशे टूट गए और वाहन क्षतिग्रस्त हो गए।
मौके पर मौजूद लोगों के अनुसार, जैसे ही अनिल कुमार का काफिला दिघौरा गांव में प्रवेश किया, कुछ लोगों ने अचानक रोड़ेबाजी और फायरिंग शुरू कर दी। इस दौरान काफिले में मौजूद लोगों को बंधक बनाने की कोशिश की गई, जिससे चारों तरफ अफरा-तफरी मच गई।
अनिल कुमार के प्रतिनिधि संजय कुमार के अनुसार अनिल कुमार का काफिला बेलमा पंचायत के दिघौरा गांव से गुजर रहा था, तभी कुछ लोगों ने हमला कर दिया। पहले पत्थरबाजी हुई और फिर गोलीबारी शुरू हो गई। कई वाहन क्षतिग्रस्त हुए हैं, प्रत्याशी जी को भी चोट लगी है।
घटना की जानकारी मिलते ही टिकारी थाना पुलिस और प्रशासनिक अधिकारी मौके पर पहुंचे और स्थिति को नियंत्रित किया। इस संबंध में एसडीपीओ सुशांत कुमार चंचल ने बताया, “घटना की सूचना मिलते ही पुलिस मौके पर पहुंची। मामले की जांच शुरू कर दी गई है। जो भी दोषी पाए जाएंगे, उनके खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।” पुलिस ने इलाके में फोर्स की तैनाती बढ़ा दी है ताकि स्थिति पूरी तरह नियंत्रण में रहे।
65 वर्षीय अनिल कुमार सिंह गया जिले की राजनीति में एक जाना-पहचाना नाम हैं। उन्होंने अपने राजनीतिक करियर की शुरुआत लोजपा से की थी और 2005 में पहली बार विधायक बने। बाद में उन्होंने जेडीयू का दामन थामा और 2010 में टिकारी से जीत हासिल की। इसके बाद 2015 और 2020 में वे हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा (हम) के टिकट पर इसी सीट से विधायक बने। इस बार वे फिर से एनडीए गठबंधन के उम्मीदवार के रूप में मैदान में हैं।