गाजीपुर

 School Closure Winter: शीतलहर के कारण 18 जनवरी तक स्कूल बंद, स्टाफ के लिए विशेष निर्देश जारी  

School Closure Winter: उत्तर प्रदेश में शीतलहर के चलते आठवीं तक के सभी स्कूलों को 18 जनवरी तक बंद रखने का आदेश दिया गया है। यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा को ध्यान में रखते हुए लिया गया है। हालांकि, शिक्षण और गैर-शिक्षण स्टाफ को स्कूल में उपस्थित रहकर प्रशासनिक और शैक्षणिक कार्य सुचारू रखने के निर्देश दिए गए हैं।

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Jan 14, 2025
शीतलहर के प्रकोप से जनजीवन प्रभावित, शिक्षण संस्थानों पर भी असर

School Closure Winter: उत्तर प्रदेश में शीतलहर का कहर जारी है। इसी को ध्यान में रखते हुए जिला प्रशासन ने आठवीं कक्षा तक के सभी सरकारी और निजी विद्यालयों में 18 जनवरी तक अवकाश घोषित कर दिया है। यह निर्णय बच्चों की सुरक्षा और स्वास्थ्य को ध्यान में रखते हुए लिया गया है।

विद्यालय स्टाफ के लिए क्या है निर्देश?

हालांकि, प्रशासन ने स्पष्ट किया है कि विद्यालय के शिक्षण और गैर-शिक्षण स्टाफ को निर्देशित दिनों में उपस्थित रहना होगा। स्कूल प्रशासन को यह सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि सभी कार्यालय कार्य और शैक्षणिक तैयारियां सुचारू रूप से चलती रहें।

शीतलहर का प्रभाव: स्वास्थ्य और सुरक्षा प्राथमिकता

शीत लहर के कारण बच्चों और बुजुर्गों पर स्वास्थ्य संबंधी समस्याएं बढ़ रही हैं। डॉक्टरों का कहना है कि अधिक ठंड से बच्चों में सर्दी, खांसी और निमोनिया जैसी बीमारियों का खतरा अधिक होता है। इसके अलावा, अत्यधिक ठंड से होने वाले हाइपोथर्मिया का भी खतरा रहता है।

जिला प्रशासन का बयान

जिला अधिकारी ने कहा, “शीत लहर की गंभीरता को देखते हुए यह कदम उठाया गया है। बच्चों की सुरक्षा हमारी प्राथमिकता है। स्कूल स्टाफ को यह सुनिश्चित करना होगा कि बच्चों की परीक्षा और अन्य शैक्षणिक गतिविधियां समय पर पूरी हो सकें।”

ऑनलाइन कक्षाओं पर जोर

प्रशासन ने स्कूल प्रबंधन को सलाह दी है कि अवकाश के दौरान ऑनलाइन कक्षाओं का संचालन किया जाए। इससे बच्चों की पढ़ाई बाधित नहीं होगी और वे घर बैठे शिक्षा प्राप्त कर सकेंगे।

शीत लहर के दौरान सुरक्षा उपाय

  • बच्चों को गर्म कपड़े पहनाएं।
  • घर के अंदर ही रखें और ठंडी हवाओं से बचाएं।
  • गरम पेय पदार्थ और पौष्टिक आहार दें।
  • हीटर का उपयोग करते समय सुरक्षा का ध्यान रखें।
  • स्कूल प्रबंधन को निर्देश दिए गए हैं कि अवकाश समाप्त होने के बाद कक्षाओं में हीटिंग की उचित व्यवस्था हो।

पढ़ाई की तैयारी कैसे हो?

शिक्षकों को ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई की तैयारी करने और छात्रों के लिए विशेष रूप से तैयार पाठ्य सामग्री उपलब्ध कराने के निर्देश दिए गए हैं। शीत लहर समाप्त होने के बाद छात्रों की परीक्षा और शैक्षणिक गतिविधियों को सुचारू रूप से चलाने की योजना बनाई जा रही है।

अभिभावकों की प्रतिक्रिया

कई अभिभावकों ने जिला प्रशासन के इस निर्णय की सराहना की है। उन्होंने कहा, “ठंड के इस मौसम में बच्चों की सुरक्षा सबसे महत्वपूर्ण है। ऑनलाइन कक्षाओं का सुझाव भी एक सकारात्मक कदम है।”

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