बीजेपी के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को कभी गाड़ियों के लंबे काफिले खुद के प्राइवेट हेलीकॉप्टर से चलने का शौक है। वही इस बार आगामी नव वर्ष और उनके जन्मदिन पर पंजाब से उन्हें गिफ्ट में एक विशेष नल का घोड़ा गिफ्ट में मिला है। इसकी कीमत सुनकर लोग हैरान है। खास बात यह है कि यह रेस के लिए विदेश में जाता था। इसलिए पासपोर्ट भी इसका बना है। आइये जानते हैं। यह घोड़ा सोशल मीडिया पर क्यों चर्चा में है।
भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को उनके जन्मदिन पर पंजाब से मिला एक बेहद कीमती घोड़ा इन दिनों सोशल मीडिया और इलाके में चर्चा का केंद्र बना हुआ है। खास नस्ल और ऊंची कीमत वाले इस घोड़े को देखने के लिए दूर-दूर से लोग उनके पैतृक गांव पहुंच रहे हैं। खुद पूर्व सांसद इसकी कीमत सुनकर हैरान रह गए।
गोंडा जिले के विश्नोहरपुर गांव में इन दिनों खासा उत्साह देखने को मिल रहा है। वजह है भाजपा के पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह को जन्मदिन के मौके पर भेंट किया गया एक दुर्लभ और महंगे नस्ल का घोड़ा है। जिसकी कीमत करीब डेढ़ करोड़ रुपये बताई जा रही है। इस घोड़े के गांव पहुंचते ही आसपास के क्षेत्रों में इसकी चर्चा तेज हो गई। घोड़ा देखने के लिए दूर-दूर से लोग आ रहे हैं। सांसद ने अपने फेसबुक पेज पर इसका वीडियो अपलोड किया है। जो तेजी से वायरल हो रहा है।
सुबह से लेकर शाम तक गांव में लोगों का आना-जाना बना रहता है। कोई घोड़े की शानदार चाल देखना चाहता है। तो कोई उसके साथ फोटो खिंचवाने की इच्छा रखता है। स्थानीय युवाओं में इस घोड़े को लेकर खास उत्साह है। घोड़ा लेकर आए लोगों ने बताया कि अभी इसकी उम्र 2 साल है। अभी इसकी हाइट और बढ़ेगी। कुल मिलाकर यह अभी बच्चा है। विदेश में रेस के लिए भाग लिया है। इसलिए इसका पासपोर्ट भी बना है।
यह खास घोड़ा कैसरगंज सांसद करणभूषण सिंह के पंजाब के रहने वाले मित्रों द्वारा उपहार स्वरूप लाया गया है। बताया गया कि इसे विशेष रूप से पंजाब से यहां तक पहुंचाया गया। यह घोड़ा न सिर्फ देखने में आकर्षक है। बल्कि इसकी नस्ल और प्रशिक्षण भी इसे बेहद खास बनाते हैं।
जानकारी के अनुसार, इस नस्ल के घोड़े देश और विदेश में होने वाली प्रतिष्ठित रेसिंग प्रतियोगिताओं में हिस्सा लेते हैं। और कई बार पुरस्कार भी जीत चुके हैं। घोड़े का संतुलित शरीर, मजबूत बनावट और दमदार चाल लोगों को काफी प्रभावित कर रही है। पशु विशेषज्ञों का कहना है कि इस तरह के घोड़ों की देखभाल सामान्य घोड़ों से कहीं अधिक चुनौतीपूर्ण होती है। इनके खानपान, व्यायाम और प्रशिक्षण पर विशेष ध्यान देना जरूरी होता है। फिलहाल यह घोड़ा पूरे इलाके में आकर्षण का केंद्र बना हुआ है।