यूपीएससी की कोचिंग दे रहे ओझा सर को उनके अनूठे अंदाज में हिस्ट्री का तैयारी करवाने के लिए जाना जाता है। कभी आईएएस बनने का सपना देखने वाले ओझा सर यूपीएससी का मेंस का एग्जाम क्वालीफाई नहीं कर पाए थे। चलिए आज आपको बताते हैं इनसे जुड़े दिलचस्प किस्सों के बारे में।
यूपीएससी वाले टीचर और मोटिवेशनल स्पीकर ओझा सर ने राजनीति में एंट्री कर ली है। वह आम आदमी पार्टी में शामिल हो गए। यूपी के गोंडा के रहने वाले अवध ओझा सर को आज देश में ही नहीं बल्कि विदेशों में भी जाना जाता हैं। इन्होंने अपने स्टाइल से इतिहास जैसे जटील विषय को बहुत आसान बना दिया था। हजारों बच्चों को यूपीएससी की कोचिंग देने वाले ओझा सर मेंस क्वालिफाई नहीं कर पाए थे। एग्जाम क्लियर ना कर पाने के बाद उन्होंने बच्चों को पढ़ाना शुरू किया लेकिन उन्हें इसमें भी कुछ खास सफलता नहीं मिली।
अवध ओझा का जन्म उत्तर प्रदेश के गोंडा में हुआ था। उन्होंने ग्रेजुएशन तक की पढ़ाई गोंडा से ही पूरी की थी। उनके पिता श्रीमाता ओझा पोस्ट मास्टर के पद पर कार्यरत थे। इनकी मां पेशे से वकील थीं। कहा जाता है कि इनके पिता ने अवध ओझा को पढ़ाने के लिए 5 एकड़ जमीन बेच दी थी। अवध का सपना था कि वह भारतीय प्रशासनिक अधिकारी बनें। वह खुद से ही यूपीएससी की तैयारी कर रहे थे लेकिन इसमें उन्हें सफलता नहीं मिली। इनके पेरेंट्स ने तैयारी करने के लिए दिल्ली भेजा था लेकिन लाख कोशिश के बाद भी वह मेंस एग्जाम क्लीयर नहीं कर पाए थे। इसके बाद उन्होंने कोचिंग सेंटर शुरू करने की राह पकड़ ली। उनके पढ़ाने के अंदाज ने देखते ही देखते उन्हें पॉपुलर कर दिया। ओझा सर के वीडियो सोशल मीडिया पर खूब वायरल होते हैं। वो मीडिया में इंटरव्यू देकर खूब सुर्खियां बटोर रहे हैं।
मेंस एग्जाम क्लीयर ना कर पाने वाले अवध ओझा आज करोड़ों के मालिक हैं। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, अवध ओझा यानी ओझा सर की नेटवर्थ करीब 11 करोड़ रुपये है। अवध ओझा क्लासेस की आधिकारिक वेबसाइट के अनुसार, यूपीएससी जीएस फाउंडेशन कोर्स की फीस ऑनलाइन मोड में जीएसटी के साथ 80 हजार रुपये है। वहीं, ऑफलाइन मोड में फीस जमा करने पर 1.2 लाख रुपये निर्धारित है।