देवीपाटन रेंज में अवैध परिवहन पर आईजी अमित पाठक की अचानक कार्रवाई से हड़कंप मच गया। प्राइवेट बसों व कई छोटे वाहन सीज किया गया। लापरवाही पाए जाने पर पूरी चौकी को सस्पेंड कर दिया गया है।
देवीपाटन रेंज में अवैध परिवहन और पुलिस की लापरवाही पर बड़ी कार्रवाई करते हुए आईजी अमित पाठक ने बुधवार सुबह शहर के प्रमुख चौराहों पर चल रहे डग्गामार वाहनों के खिलाफ विशेष अभियान चलवाया। लंबे समय से मिल रही शिकायतों के अनुसार, कई कार और प्राइवेट बस चालक मुख्य चौराहों पर वाहन खड़ा कर अवैध टैक्सी स्टैंड बना लेते थे। इससे जहां आमजन को भारी जाम का सामना करना पड़ता था। इस समस्या को गंभीरता से लेते हुए पुलिस टीमों ने सुबह-सुबह अभियान चलाया। मौके पर खड़ी दो प्राइवेट बसों तथा आठ छोटे वाहनों को सीज कर दिया गया है।
कार्रवाई के दौरान आईजी ने स्वयं फील्ड में उतरकर स्थिति का जायजा लिया। उन्होंने पाया कि गुरुनानक पुलिस चौकी क्षेत्र में अवैध रूप से खड़े वाहनों और बनते टैक्सी स्टैंड पर प्रभावी निगरानी नहीं रखी जा रही थी। इसे गंभीर लापरवाही मानते हुए आईजी ने तत्काल प्रभाव से चौकी पर नियुक्त पांच पुलिसकर्मियों—उपनिरीक्षक विकास गुप्ता, आरक्षी समरपाल वर्मा, आरक्षी विपिन कुमार गौतम, आरक्षी आदित्य कुमार और आरक्षी मदन कुमार—को लाइन हाजिर करने के निर्देश जारी किया।
आईजी पाठक ने कहा कि शहर में अवैध परिवहन किसी भी स्थिति में स्वीकार्य नहीं होगा। इससे न केवल आम नागरिकों को परेशानी बढ़ती है। बल्कि सरकारी राजस्व को भी भारी क्षति होती है। उन्होंने स्पष्ट किया कि यातायात व्यवस्था सुधारने और अवैध टैक्सी स्टैंड पर रोक लगाने के लिए आगे भी ऐसी कार्रवाई जारी रहेगी।
सुबह की इस सख्त कार्रवाई से शहर में एक बार फिर संदेश गया है कि डग्गामार वाहन संचालकों और लापरवाह पुलिसकर्मियों पर अब सीधे उच्चाधिकारियों की निगाह है। प्रशासन का यह रुख आने वाले दिनों में परिवहन और यातायात व्यवस्था में सुधार की उम्मीद जगाता है।