उत्तर प्रदेश में बारिश ने नया रिकॉर्ड बना दिया है। वाराणसी में 125 साल का रेनफॉल रिकॉर्ड टूटा, वहीं पूर्वांचल में रेड अलर्ट जारी है। जानें किन जिलों में स्कूल बंद, कब थमेगा मानसून—पढ़ें यूपी मौसम अपडेट पूरी खबर।
IMD Alert: उत्तर प्रदेश में अक्टूबर की शुरुआत बारिश के साथ हुई है। बारिश ने प्रदेश के बनारस शहर में 125 वर्षों का रिकॉर्ड तोड़ दिया। शुक्रवार को प्रदेश के कई शहरों में कहीं हल्की तो कहीं बहुत भारी बारिश हुई है। लंबे समय से उमस झेल रहे लोगों को भले राहत मिली है। लेकिन कई जगहों पर पानी भरने से परेशानी भी बढ़ गई। लगातार बरसात के कारण अधिकतम तापमान में गिरावट दर्ज की गई है।
UP Weather Update: मौसम विभाग ने अनुमान जताया है कि शनिवार को भी लखनऊ समेत प्रदेश के कई हिस्सों में बारिश का दौर जारी रहेगा। खासतौर पर पूर्वांचल में भारी बारिश का रेड अलर्ट जारी किया गया है। एहतियातन वाराणसी और चंदौली जिलों में शनिवार को कक्षा आठ तक के स्कूल बंद रखने का आदेश दिया गया है। मौसम विभाग में चार और पांच अक्टूबर को बहुत भारी बारिश का अलर्ट जारी किया गया है। जबकि पश्चिमी यूपी में 5, 6 और 7 अक्टूबर को बहुत भारी बारिश के साथ ओले गिरने की संभावना है। मौसम विभाग की माने तो 10 अक्टूबर के बाद मौसम का मिजाज एकदम बदल जाएगा।
मौसम वैज्ञानिकों का कहना है कि बंगाल की खाड़ी में बने निम्न दबाव क्षेत्र के चलते मानसून अभी भी सक्रिय है। शुक्रवार को दिनभर रुक-रुक कर बरसात हुई और देर शाम से यह सिलसिला तेज हो गया। विभाग ने 5 अक्टूबर तक पूर्वी यूपी के कई जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया है। चेतावनी दी गई है कि गरज-चमक के साथ तेज हवाएं चल सकती हैं। औसत से दोगुनी वर्षा दर्ज होने की संभावना है।
लगातार बारिश के बीच शुक्रवार को दिन का अधिकतम तापमान 29.5 डिग्री सेल्सियस रिकॉर्ड किया गया। जो सामान्य से करीब साढ़े चार डिग्री कम था। हालांकि रात का न्यूनतम पारा 24.1 डिग्री सेल्सियस रहा, जो सामान्य से थोड़ा ज्यादा है। हवा में नमी का स्तर 87 से 98 प्रतिशत के बीच बना रहा, जिससे लोगों को उमस से राहत नहीं मिल सकी।
वाराणसी में शुक्रवार को हुई 140.4 मिमी वर्षा ने 125 साल पुराना रिकॉर्ड ध्वस्त कर दिया। इससे पहले 9 अक्टूबर 1900 को 138.9 मिमी बारिश दर्ज हुई थी। यह इस सीजन की दूसरी सबसे भारी बरसात मानी जा रही है।
मौसम विभाग का आकलन है कि 5 अक्टूबर तक मानसून सक्रिय रहेगा और इसके बाद धीरे-धीरे बारिश की रफ्तार थमेगी। विशेषज्ञों के मुताबिक इस अतिरिक्त बरसात से खरीफ की फसलों को सीधा फायदा मिलेगा, लेकिन बड़े शहरों के निचले इलाकों में जलभराव की समस्या गंभीर हो सकती है।
मौसम विभाग का पूर्वानुमान है कि गुरुवार ( 4 अक्टूबर औऱ 5 अक्टूबर तक प्रदेश के गोंडा, बलरामपुर, श्रावस्ती, बाराबंकी, बहराइच, सीतापुर,सोनभद्र,मिर्जापुर, जौनपुर, भदोही, गाजीपुर, आजमगढ़, वाराणसी, प्रयागराज, प्रतापगढ़, कौशाम्बी, चित्रकूट, बांदा, फतेहपुर, रायबरेली, अमेठी, सुल्तानपुर, मऊ, बलिया, देवरिया, गोरखपुर, महराजगंज, सिद्धार्थनगर, कुशीनगर, संतकबीरनगर, बस्ती, लखीमपुर खीरी अयोध्या, बस्ती, अंबेडकर, में कुछ स्थानों पर हल्की तो कुछ स्थानों पर बहुत भारी बारिश होने की संभावना है।