पूर्व सांसद बृज भूषण शरण सिंह ने धनंजय सिंह और अभय सिंह के सोशल मीडिया विवाद पर बड़ा बयान दिया। उन्होंने शब्दों में संयम की नसीहत दी। अखिलेश यादव और कथाकार को बहराइच में सलामी जैसे मुद्दों पर भी खुलकर अपनी बात रखी। आइये जानते हैं उन्होंने क्या कुछ कहा?
पूर्व सांसद बृजभूषण शरण सिंह ने धनंजय सिंह और अभय सिंह के सोशल मीडिया विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि अब 80–90 का दौर खत्म हो चुका है। उन्होंने गैंग और गैंगवार की राजनीति से इनकार करते हुए शब्दों में संयम बरतने की सलाह दी। साथ ही अखिलेश यादव के बयान, कथाकार को सलामी और घोड़ा गिफ्ट विवाद पर भी अपनी बात रखी।
गोंडा के नवाबगंज स्थित अपने आवास पर पत्रकारों से बातचीत में पूर्व सांसद बृजभूषण सिंह ने धनंजय सिंह और अभय सिंह के सोशल मीडिया विवाद को लेकर कहा कि दोनों ही जनप्रतिनिधि हैं। और आज के समय में किसी तरह का संघर्ष नहीं है। उन्होंने कहा कि यह 80 और 90 के दशक जैसा समय नहीं है। जब गैंग और गैंगवार हुआ करते थे। अब सभी लोग अपने-अपने क्षेत्र में काम कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि सार्वजनिक जीवन में शब्दों का चयन बेहद सोच-समझकर करना चाहिए। कौन बड़ा है। और कौन छोटा, इससे कोई लाभ नहीं होता। भगवान ने सभी को जनता की सेवा का अवसर दिया है। अगर मीडिया में कोई बात निकल जाती है। तो उसे बढ़ाने के बजाय संभालने और खत्म करने की जरूरत होती है।
अखिलेश यादव के क्षत्रिय होने वाले बयान पर बृजभूषण सिंह ने कहा कि यादव वंश भगवान श्रीकृष्ण का वंश है। वह पहले भी कह चुके हैं। कि अखिलेश यादव क्षत्रिय हैं। उनके अनुसार क्षत्रिय जन्म से नहीं, बल्कि कर्म से बनता है। उन्होंने यह भी कहा कि भगवान श्रीकृष्ण का भव्य मंदिर बनाया जा रहा है।
बहराइच में कथाकार को पुलिस सलामी दिए जाने के विवाद पर उन्होंने कहा कि संत समाज के मार्गदर्शक होते हैं। समाज में उनका विशेष स्थान है। जितना संभव हो, उन्हें सम्मान मिलना चाहिए। इस तरह की बातों पर अनावश्यक विवाद नहीं होना चाहिए।
उन्होंने बताया कि 1 जनवरी से “युवा उत्थान, राष्ट्र उत्थान” विषय पर सतगुरु रितेश्वर महाराज की कथा का आयोजन होगा। जिसमें युवाओं को सनातन और राष्ट्र के प्रति कर्तव्यों का बोध कराया जाएगा। वहीं, महंगे घोड़े के गिफ्ट पर उन्होंने स्पष्ट किया कि यह उनके बेटे करण के मित्र का उपहार है। जिसकी कीमत अधिक है।