एक सामाजिक कार्यकर्ता ने अपने बेटी के जन्मदिन पर एक प्रेरणादायक पहल की शुरुआत करने जा रहे हैं। जन्मदिन के अवसर पर वह 11 कन्याओं को गोद लेंगे। उनके शिक्षा से लेकर शादी तक का पूरा खर्च उठाएंगे।
गोंडा जिले में युवा सोच संगठन के संस्थापक अनिल सिंह भदौरिया बीते 8 वर्षों से शहर में कोई गरीब भूखा न सो जाए। इसके लिए वह भोजन का पैकेट रात में लेकर गाड़ी से निकलते हैं। फिर मजदूरों के अड्डे पर पहुंचकर उन्हें भोजन खिलाते हैं। इसके साथ ही ठंड के सीजन में कंबल से लेकर कपड़े तक की व्यवस्था करते हैं। अब कुछ अलग करने के लिए वह अपनी बेटी के जन्मदिन पर 11 कन्याओं को गोद लेंगे। उनके शिक्षा से लेकर शादी तक का पूरा खर्च उठाएंगे।
गोण्डा जिले में युवा सोच संगठन के संस्थापक ने एक अनोखी पहल करते हुए गरीब परिवारों की 11 बेटियों की पढ़ाई से लेकर उनकी शादी तक की जिम्मेदारी उठाने का संकल्प लिया है। सामाजिक कार्यकर्ता अनिल सिंह भदौरिया ने उन गरीब बच्चियों की जिंदगी संवारने का बीड़ा उठाया है। जो आर्थिक तंगी के कारण अपने सपनों को अधूरा छोड़ने पर मजबूर हो जाती हैं। पढ़ाई और हुनर होने के बावजूद जिनकी राहें पैसे की कमी रोक देती हैं। अब वही बेटियां युवा सोच संगठन की मदद से अपने भविष्य को नए पंख दे सकेंगी।
एक नर्सिंग कॉलेज में आयोजित प्रेस वार्ता के दौरान अनिल सिंह भदौरिया ने घोषणा की कि आगामी 26 अगस्त को वह 11 कन्याओं को गोद लेंगे। इन बच्चियों की शिक्षा से लेकर शादी तक का पूरा खर्च संगठन करेगा। उन्होंने बताया कि वे पिछले आठ वर्षों से समाज सेवा के विभिन्न क्षेत्रों में कार्यरत हैं। हर साल कुछ नया करने की सोच के साथ आगे बढ़ते हैं।
इस बार उन्होंने बेटियों की शिक्षा और भविष्य को संवारने की पहल की है। खास बात यह है कि 26 अगस्त को उनकी बेटी का जन्मदिन भी है। उसी दिन यह संकल्प पूरा करके वे इसे बेटियों के लिए ‘शिक्षा दान दिवस’ के रूप में यादगार बनाएंगे। अनिल भदौरिया की यह पहल न केवल बेटियों के सपनों को साकार करने का मार्ग प्रशस्त करेगी। बल्कि समाज में बेटियों की शिक्षा और सम्मान को बढ़ावा देने का एक मजबूत संदेश भी देगी।