विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने बड़ा बयान देते हुए बाराबंकी लाठीचार्ज की निंदा की। उन्होंने जिम्मेदार पुलिसकर्मियों पर मुकदमा दर्ज करने की मांग की। उन्होंने संभल की घटनाओं का जिक्र कर डेमोग्राफी चेंज, लव जिहाद, लैंड जिहाद और फर्जी पहचान पत्रों के जरिए देश को अस्थिर करने की साजिश का आरोप लगाया।
गोण्डा में विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष गोपाल राय ने में बड़ा बयान देते हुए बाराबंकी लाठीचार्ज मामले पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। उन्होंने कहा कि जिन पुलिसकर्मियों ने छात्रों पर लाठीचार्ज किया है। उन पर मुकदमा दर्ज कर कठोर कार्रवाई की जानी चाहिए। संभल की घटनाओं को लेकर उन्होंने बड़ा खुलासा किया।
उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले में अपने एकदिवसीय दौरे पर पहुंचे विश्व हिंदू रक्षा परिषद के राष्ट्रीय अध्यक्ष ने कई बड़े बयान दिया। उन्होंने संभल की घटनाओं का जिक्र करते हुए कहा कि 1947 के बाद से अब तक वहां एक लाख से अधिक लोगों की हत्या हो चुकी है। राय ने आरोप लगाया कि वहां मंदिर को गिराकर मस्जिद बना दी गई। जिहादी मानसिकता के लोगों ने बुजुर्गों व युवाओं की हत्या कर उनके शव कुएं में डालकर पाट दिए।
डेमोग्राफिक बदलाव पर चिंता जताते हुए उन्होंने कहा कि भारत को इस्लामी राष्ट्र बनाने की साजिश चल रही है। जिसके लिए विदेश से फंडिंग की जा रही है। राय ने जाकिर नाईक पर भी धर्मांतरण फैलाने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि लव जिहाद और लैंड जिहाद जैसे गंभीर विषयों को नजरअंदाज नहीं किया जा सकता।
उन्होंने यह भी दावा किया कि एक मकान में जहां छह लोग रहते हैं। वहां 108 लोगों के नाम दर्ज पाए गए हैं। जिनकी असल पहचान संदिग्ध है। पश्चिम बंगाल और केरल की स्थिति को बांग्लादेश और पाकिस्तान जैसी बताते हुए उन्होंने कहा कि दो-दो हजार रुपये लेकर फर्जी पैन कार्ड और आधार कार्ड बनाए जा रहे हैं। गोपाल राय ने मांग की कि ऐसे अधिकारियों पर राष्ट्रीय सुरक्षा अधिनियम (NSA) के तहत कार्रवाई होनी चाहिए और उन्हें जेल भेजा जाए। साथ ही उन्होंने कहा कि ईडी की जांच अभी जारी है और इसे बंद नहीं किया जाना चाहिए।