गोरखपुर स्थित रेलवे के यांत्रिक कारखाने में शुक्रवार की दोपहर आग लगने की घटना से दो रेलकर्मी झुलस गए। घटना इस समय हुई जब कोच का वेल्डिंग कार्य चल रहा था और चिंगारी वहां नीचे गिरे तेल पर पड़ी।
गोरखपुर में लगातार आग लगने की घटनाएं चर्चा का केंद्र बन चुकी हैं। शुक्रवार सुबह गीडा की एक फैक्ट्री में भीषण आग लगी हुई है जिस कर अभी तक काबू नहीं पाया जा सका है वहीं आज ही यांत्रिक कारखाना गोरखपुर के फर्निशिंग शाप में दोपहर बाद एक बजे के आसपास आग गई। आग लगने से दो रेलकर्मी झुलस गए हैं। कारखाना प्रबंधन ने दो कर्मचारियों को ललित नारायण मिश्र केंद्रीय रेलवे अस्पताल गोरखपुर में भर्ती कराया है। दोनों का उपचार चल रहा है। दोनों खतरे से बाहर बताए जा रहे हैं।
जानकारी के मुताबिक फर्निशिंग शाप के लाइन नंबर छह पर खड़ी एसी बोगी के अंदर वेल्डिंग का कार्य चल रहा था। कोच में ऊपर कर्मचारी वेंल्डिंग कर रहे थे। नीचे रेलवे के कर्मचारी मरम्मत का कार्य कर रहे थे। वेल्डिंग से निकल रही चिंगारी नीचे गिर रही थी। नीचे सीट पर तेल फैला था। चिंगारी गिरने से आग पकड़ ली। जब तक कर्मचारी कुछ समझ पाते तब तक आग की चपेट में आ गए। रेलकर्मी योगेंद्र पाल और हिमांशु शर्मा आग की चपेट में आने से झुलस गए। सूचना मिलते ही यांत्रिक कारखाना में अफरातफरी मच गई। शोर होते ही कारखाने में काम कर रहे सैकड़ों लोग भाग कर आग पर काबू पाए।
बता दें कि यांत्रिक कारखाना में अगस्त माह में भी आग लग गई थी। पावरकार में वेल्डिंग के दौरान ही आग लगी थी। कर्मचारी तो बच गए थे, लेकिन पावरकार पूरी तरह जल गई थी। इस मामले में रेलवे प्रशासन ने सख्त एक्शन लेते हुए यांत्रिक कारखाना के सात सीनियर सेक्शन इंजीनियर स्तर के सुपरवाइजरों और दो कर्मचारियों समेत नौ रेलकर्मियों के खिलाफ कार्रवाई की थी। इसके बाद आज फिर आग लगने की घटना से रेलकर्मियों में आक्रोश है।