दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड अधिकारी विनोद कुमार श्रीवास्तव के घर बड़ी चोरी का खुलासा हुआ है। इस चोरी को अंजाम किसी बाहरी ने नहीं, बल्कि उनके ही पुराने ड्राइवर कुंदन कुमार ने अपने दोस्तों संग किया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया है।
गोरखपुर में एक ड्राइवर ने अपने ही मालिक के घर में सेंध लगाकर लाखों के जेवरात और नगदी पर हाथ साफ कर दिया। चोरी के शिकार दिल्ली पुलिस से रिटायर्ड अधिकारी विनोद कुमार श्रीवास्तव हुए। इनके यहां चोरी का बड़ा कांड हुआ, पुलिस को जब सूचना मिली तो मुकदमा दर्ज कर तफ्तीश शुरू हुई।
सीसीटीवी फुटेज, सर्विलांस की मदद से जब चोरी का खुलासा हुआ तो सभी अवाक रह गए, चोर कोई बाहरी नहीं बल्कि उनके ही पुराने ड्राइवर कुंदन कुमार ने दिया। पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर उसके पास से 340 ग्राम सोना, 287 ग्राम चांदी और 1,11,110 रुपए नकद बरामद कर लिए हैं।
जानकारी के मुताबिक 22 मई को पीड़ित विनोद श्रीवास्तव अपने बेटे के पास नोएडा गए थे। जब वह एक जून को लौटे, तो घर का ताला टूटा मिला। लोहे की अलमारी का पल्ला उखड़ा था और गहने व नकदी गायब थे।उन्होंने तुरंत पुलिस को सूचना दी। चौंकाने वाली बात ये रही कि चोरी के बाद जब पुलिस में FIR दर्ज हुई, तो उनका ड्राइवर कुंदन पुलिस के साथ पैरवी में भी शामिल रहा।
पुलिस जांच में सामने आया कि कुंदन पिछले तीन साल से विनोद श्रीवास्तव के घर पर बतौर ड्राइवर काम कर रहा था। उसे पता था कि कीमती सामान कहां रखा जाता है। घर में करीब 30 कमरे हैं, जिनमें नीचे स्कूल चलता है और ऊपर परिवार रहता है। लेकिन उसने सिर्फ उसी कमरे का ताला तोड़ा, जहां गहने और नगदी रखे थे। पूछताछ में कुंदन ने बताया कि उसने यह वारदात अपने दो साथियों राजकुमार उर्फ राज और विकास उर्फ बड़े के साथ मिलकर की। फिलहाल दोनों फरार हैं, जिनकी तलाश में पुलिस दबिश दे रही है। पुलिस जांच में स्पष्ट हुआ कि चोरी 26 मई की रात को हुई थी। बरामद सामान के आधार पर पुलिस ने FIR में भारतीय न्याय संहिता की धारा 317(2) BNS भी जोड़ दी है।