विश्व प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा अब पूरी तरह एडवांस्ड टेक्नोलॉजी पर होने जा रही है। इसमें सबसे मुख्य भूमिका AI टेक्नोलॉजी से लैस सीसीटीवी कैमरे निभाएंगे, जो चेहरे को ही स्कैन कर मंदिर में उसकी हर गतिविधियां रिकॉर्ड करते रहेंगे।
गोरखपुर में नाथ संप्रदाय के विश्व प्रसिद्ध गोरखनाथ मंदिर की सुरक्षा अब पूरी तरह AI टेक्नोलॉजी से लैस होने जा रही है। भविष्य में यहां सुरक्षा और सख्त होगी इसके तहत मुख्यालय की तरफ से मंदिर परिसर में फेस रिकग्निशन (FR) कैमरे लगाने की तैयारी है। ये कैमरे मंदिर परिसर में आने वाले सभी लोगों का चेहरा स्कैन करेगा और हर तरह की गतिविधियों पर नजर रखेगा।
AI टेक्नोलॉजी से काम करने वाले इस तरह के कैमरे का महाकुंभ में भी इस्तेमाल हो चुका है। इस कैमरे की सबसे खास बात यह होगी कि कैमरे से यह भी पता चल सकेगा कि व्यक्ति गोरखनाथ मंदिर में पहली बार आया है या फिर पहले भी आ चुका है। AI टेक्नोलॉजी की मदद से यह कैमरा फेस रिकग्निशन में सक्षम होगा। यह भीड़ में भी संदिग्धों की पहचान आसानी से कर लेगा। इससे भीड़ में होने वाली संदिग्ध गतिविधियों या भगदड़ जैसी स्थिति को बनने से पहले ही काबू किया जा सकेगा।
AI स्पेशलिस्ट के मुताबिक, जब कोई व्यक्ति संदिग्ध वस्तु के साथ या गैर कानूनी तरीके से पकड़ा जाता है, तब छानबीन की शुरूआत इससे होती है कि वह इससे पहले कितनी बार उस जगह पर आ चुका है। फेस रिकग्निशन से न सिर्फ यह पता चल जाएगा कि वह इससे पहले कितनी बार आ चुका है। साथ ही यह भी पता चल जाएगा कि परिसर के किन-किन इलाकों में उस व्यक्ति ने ज्यादा समय बिताया है। इससे पुलिस को हर संदिग्ध की मॉनिटरिंग करना आसान हो जाएगा। कोई भी आपात स्थिति में मंदिर में आने वाले लोगों का रिकॉर्ड तत्काल चेक किया जा सकेगा।