Kartik Purnima 2024: कार्तिक पूर्णिमा पर कल स्नान-दान के साथ मंदिरों में पहुंचेंगे श्रद्धालु, करेंगे दीपदान, देव दिवाली मनेगी, घर-घर जलेंगे दीप, इस बीच मध्य प्रदेश के इकलौते कार्तिकेय स्वामी मंदिर में एक साल बाद फिर से रौनक नजर आएगी...415 साल पुराने इस मंदिर में साल में एक बार दर्शन देते हैं भगवान कार्तिकेय....
Kartik Purnima 2024: कार्तिक माह के अंतिम दिन 15 नवंबर शुक्रवार कार्तिक पूर्णिमा पर स्नान-दान करने का विशेष महत्व है। कार्तिक स्नान करने वाले व्रतधारी इस दिन व्रत भी करेंगे। मान्यता है कि कार्तिक पूर्णिमा के दिन स्नान-दान से मिलने वाला पुण्य कभी खत्म नहीं होता है। कार्तिक पूर्णिमा पर सूर्योदय से पहले उठकर स्नान के बाद श्रद्धालु दान-पुण्य करेंगे। तत्पश्चात व्रतधारी भगवान विष्णु और लक्ष्मी की पूजा-अर्चना करेंगे। इस दिन देव दिवाली मनेगी। आतिशबाजी के साथ ही घर-घर दीप भी जगमगाएंगे और लोग मंदिरों में दीपक लगाने जाएंगे।
जीवाजीगंज स्थित भगवान नारायण कार्तिकेय स्वामी मंदिर के पट 15 नवंबर शुक्रवार कार्तिक मास की पूर्णिमा पर खुलेंगे। वर्ष में एक ही दिन खुलने वाले करीब 415 वर्ष पुराने इस मंदिर पर प्रदेश के साथ-साथ दूसरे प्रदेशों के श्रद्धालु भी दर्शनों के लिए आते हैं।
प्रदेश में इकलौते बताए जाने वाले इस मंदिर पर कार्तिक पूर्णिमा के लिए सभी तैयारियां पूर्ण कर ली गई हैं। मंदिर पर आकर्षक विद्युत सजावट की गई है। कार्तिकेय स्वामी के इस मंदिर में गंगा, जमुना, सरस्वती, पवनपुत्र, वेणीमाधव, लक्ष्मीनारायण की प्रतिमाएं भी विराजित हैं।
कार्तिकेय स्वामी मंदिर (Kartikeya Swami Temple) के पुजारी बसंत शर्मा और आचार्य दिनेश शर्मा ने बताया, 15 नवंबर रात 12 बजे के बाद मंदिर के पट खोलकर भगवान कार्तिकेय का शृंगार किया जाएगा और 15 नवंबर को सुबह 4 बजे से श्रद्धालुओं के दर्शनार्थ मंदिर खोला दिया जाएगा। 16 नवंबर को सुबह 4 बजे पट बंद कर दिए जाएंगे।