ग्वालियर

सावधान: एक खांसी के लिए ‘110 सिरप’, कौन सी देनी… डॉक्टर भी कंफ्यूज !

MP News: कोई कहता है कि खांसी में दो दिन में आराम, तो कोई साइड इफेक्ट फ्री होने का दावा करता है, मगर हकीकत ये है कि डॉक्टर भी कंफ्यूज हैं।

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फोटो सोर्स: पत्रिका

MP News: खांसी एक आम बीमारी है, लेकिन इसका इलाज आम आदमी के लिए सबसे बड़ी उलझन बन गया है। बाजार में खांसी की दवाओं की भरमार है। लगभग 110 के आसपास खांसी के सिरप अलग-अलग कंपनियों के बाजार में उपलब्ध हैं। सवाल यह है कि आखिर कौन सी दवा सच में काम करती है, खासकर छोटे बच्चों के लिए? हर ब्रांड अपने-अपने दावे करता है। कोई कहता है कि दो दिन में आराम, तो कोई साइड इफेक्ट फ्री होने का दावा करता है, मगर हकीकत ये है कि डॉक्टर भी कंफ्यूज हैं।

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खांसी की परेशानी बढ़ी

कुछ विशेषज्ञ डॉक्टर सिर्फ घर के नुस्खों और भाप की सलाह देते हैं, जबकि कुछ कहते हैं कि सही सिरप बच्चे की उम्र और खांसी की वजह पर निर्भर करता है। इस सीजन में अधिकांश बच्चों में खांसी की परेशानी बढ़ी हुई है। इसके चलते बच्चों को उनके माता-पिता डॉक्टर के पास लेकर जाते हैं तो कोई डॉक्टर कहता है कि हनी सिरप दो, तो कोई एंटीबायोटिक से दूर रहने की सलाह देता है। लेकिन हर बच्चे की बॉडी अलग है, इसलिए वही दवा सब पर असर करे, ये जरूरी नहीं है। ऐसे में माता-पिता दवा खरीदते-खरीदते परेशान हो जाते हैं।

विशेषज्ञ देते हैं यह सलाह

-अगर खांसी पांच दिन से ज्यादा चले या बुखार के साथ हो, तो तुरंत जांच करवाएं।

-बिना डॉक्टर की सलाह के दवा न दें।

-पुरानी रखी हुई दवा को न दें।

-संतुष्ट होने के बाद दवा का करते है चयन

मरीज को देखने के बाद ही डॉक्टर संतुष्ट होकर दवा लिखते हैं। एक पर्चे में कई दवाएं होती हैं। इसमें हो सकता है कि कुछ दवाएं दूसरे स्थानों पर मेडिकल पर न मिलें। लेकिन अधिकांश बड़े मेडिकल पर सभी दवाएं मिल जाती हैं। कई बार खांसी का प्रकार अलग हो सकता है। इसलिए दवाएं बदली हुई होती हैं।- डॉ दीपक अग्रवाल, शिशु रोग विशेषज्ञ

खांसी को सही होने में पांच से सात दिन का समय लगता है। अक्सर खांसी गर्म पानी और काढ़ा के इस्तेमाल से सही हो जाती है। वहीं बलगम वाली खांसी में दवा देनी पड़ती है। यह बात सही है कि जो डॉक्टर ब्रांड की दवा लिखता है। वह डॉक्टर के आसपास ही मिलती है। इसका कारण यह है कि वह दवा दूसरी जगह नहीं मिलेगी। क्योंकि दूसरे क्षेत्रों में यह दवा डॉक्टर नहीं लिखते हैं।- डॉ. घनश्याम दास, शिशु रोग विशेषज्ञ

माता-पिता की बढ़ी मुश्किल

मेडिकल से सीधे सिरप खरीदकर बच्चों को न पिलाएं, बाजार में मची होड़ से सिरप के साइड इफेक्ट भी हो सकते हैं, बच्चों की बॉडी अलग-अलग होती है

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Published on:
16 Oct 2025 12:06 pm
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