Heart Attack Due to Winter : सर्दी हार्ट के मरीजों की मुश्किल बढ़ा रही है। इससे हार्ट के मरीजों की संख्या में काफी तेजी से इजाफा हुआ है। कड़ाके की ठंड में ऐसे रखे अपने दिल का ध्यान...
Heart Attack Due to Cold : प्रदेश में सर्दी हार्ट के मरीजों की मुश्किल बढ़ा रही है। इससे हार्ट के मरीजों की संख्या में काफी तेजी से इजाफा हुआ है। जनवरी के शुरुआती दिनों में तेज सर्दी के(Heart Attack Due to Cold) कारण सरकारी के साथ निजी अस्पतालों में भी हार्ट के मरीजों की संख्या सौ तक पहुंच गई है। यहां ओपीडी के साथ भर्ती होने वाले मरीजों की संख्या भी बढ़ी। इसमें सबसे ज्यादा जेएएच के कार्डियोलॉजी में मरीज बढे है। हालात ऐसे भी हो गए था कि पलंग फुल होने से मरीजों का जमीन पर इलाज करना पड़ा।
कार्डियोलॉजी में भर्ती मरीजों(Heart Attack Due to Cold) की संख्या सौ के पार हो गई थी। यहां तीन दिन में पचास मरीज कार्डियक के पास पहुंचे । वहीं निजी अस्पतालों में अब और दिनों की अपेक्षा ज्यादा आ रहे हैं। इसके साथ ही लगभग हर दिन 2 से 3 मरीज हार्ट अटैक आने के बाद अस्पताल तक पहुंचने से पहले ही दम तोड़ देते है। निजी अस्पतालों में अपोलो हॉस्पिटल में तीन दिन में 15 और कल्याण हार्ट स्पेशलिटी में 30 मरीजों के साथ अन्य अस्पतालों में भी मरीज सामने आए।
इस सर्दी में नई बात सामने आ रही है इसके तहत तीनों ही नाड़ियां ब्लॉकेज होने वाले मरीजों की संख्या बढ़ी है। इससे पहले एक और दो नाड़ियां ब्लॉकेज वाले मरीज सामने आते रहे है। लेकिन इस बार एक साथ तीन मरीजों की संख्या बढ़ी है। निजी अस्पतालों में ऐसे मामले सामने आने लगे हैं। ऐसे में तीन- तीन स्टैंड एक साथ डाले जा रहे है।
दतिया निवासी 47 वर्षीय युवक का अटैक(Heart Attack Due to Cold) के चलते बीपी चला गया। तुंरत कार्डियोलॉजी में पहुंचकर उसका इलाज शुरू किया गया और एंजियोग्राफी करके उसकी जान बचाई गई। अब मरीज पूरी तरह से ठीक है।
समय पर अस्पताल पहुंचे तब बची जान : जेएएच में सबलगढ़ के 28 वर्षीय युवक को अटैक के चलते भर्ती कराया गया। यह कार्डियोलॉजी में सही समय पर आ गए, जिससे इनका इलाज शुरू हो सका। इनका ऑपरेशन हो गया और अब यह पूरी तरह से ठीक हैं। इसी तरह यहां कई ऐसे मामले सामने आए हैं, जो बीमारी के तुंरत बाद आ गए और अब ठीक होकर अपने घर पहुंच गए हैं।
-छाती में दर्द
-सांस फूलना
-घबराहट होना
-सर्दी से बचाव करें।
-धूप में ही निकलें
-शरीर को गर्म कपड़ों से ढंककर ही बाहर जाएं
-उठने के बाद एक साथ बाहर न निकलें।