हनुमानगढ़. जिला मुख्यालय सहित आसपास के कस्बों की प्रमुख सडक़ों की स्थिति बदहाल हो रही है। हालात ऐसे हैं कि सडक़ों पर इतने गड्ढ़े बने हुए हैं कि बड़े वाहन चालक यहां से गुजरना मुनासिब नहीं समझते।
हनुमानगढ़. जिला मुख्यालय सहित आसपास के कस्बों की प्रमुख सडक़ों की स्थिति बदहाल हो रही है। हालात ऐसे हैं कि सडक़ों पर इतने गड्ढ़े बने हुए हैं कि बड़े वाहन चालक यहां से गुजरना मुनासिब नहीं समझते। ऐसे में वह रास्ता बदलकर अन्य रास्तों से सफर करने को मजबूर हो रहे हैं। जंक्शन में भगत सिंह चौक हो या फिर कलक्ट्रेट के आसपास की सडक़ें। सिविल लाइन की मुख्य सडक़ों की स्थिति भी ठीक नहीं है। जिम्मेदार अफसरों तक गुहार पहुंचाने के बाद भी स्थिति में सुधार नहीं है।
इस वजह से शहर व कस्बों के लोग इन असुरक्षित सडक़ों पर चलने को मजबूर हो रहे हैं। जिला मुख्यालय पर भगत सिंह चौक के पास संगरिया मार्ग, कलक्ट्रेट के पास श्रमिक विभाग कार्यालय को जाने वाली मुख्य सडक़, सिविल लाइन की मुख्य सडक़ें बदहाल स्थिति में है। नागरिकों ने इस संंबंध में कई बार अधिकारियों को अवगत करवाया है। लेकिन स्थिति में सुधार नहीं होने से लोग परेशान हो रहे हैं। स्थानीय नागरिकों का कहना है कि पेयजल पाइप लाइन ठीक करने, सीवरेज लाइन बिछाने को लेकर पहले सडक़ों को खोदा गया। अब एलपीजी गैस की लाइन बिछाने के नाम पर सडक़ों को खोदा जा रहा है। सडक़ तोडऩे के बाद उसे ठीक करवाने के प्रति सरकारी तंत्र गंभीरता नहीं दिखाता। इस वजह से सडक़ों पर जगह-जगह गड्ढ़े बने हुए हैं। इससे वाहन चालकों को यहां से गुजरने में परेशानी का सामना करना पड़ रहा है। यही स्थिति नोहर, संगरिया सहित अन्य कस्बों में बनी सडक़ों की है।
यही हालत संगरिया तहसील क्षेत्र की है। शहर और आसपास के ग्रामीण इलाकों की सडक़ों की हालात दिनों-दिन बदतर होती जा रही है। कहीं सडक़ों पर गडढ़े हैं तो कहीं डामर उखडऩे से पत्थर बिखरे पड़े हैं। जो हादसों को न्यौता दे रहे हैं, लेकिन जिम्मेदार मौन हैं। शहर के दुर्गा मंदिर समीप पुलिया से पहले मोड़ पर, ओवरब्रिज मार्ग के पुल पर चढ़ते समय, बीच में और उतरते वक्त दोनों ओर गड्ढ़े हैं। कॉलेज समीप सडक़ पर बिखरे गिट़्िटयां राहगीरों के लिए खतरा बन रही है। लोगों का कहना है कि बारिश के बाद हालात और खराब हुए हैं लेकिन अब तक किसी ने मरम्मत की दिशा में कदम नहीं उठाया।
भगत सिंह चौक, कोर्ट रोड, वाटरवक्र्स रोड, सब्जी मंडी क्षेत्र और कई मोहल्लों की गलियों में सडक़ें बेहाल हैं। कहीं-कहीं खानापूर्ति के तौर पर पेचवर्क हुआ पर ज्यादातर जगह सडक़ों की हालत जस की तस है। किसान ज्ञान प्रकाश गोदारा व मंडी समिति पूर्व डायरेक्टर बलकौरसिंह ढिल्लो ने बताया कि हरिपुरा से दीनगढ़ गांव तक करीब छह किलोमीटर लंबा मार्ग पूरी तरह से टूट चुका है। ढाबां कैंची की तरफ जाने वाले रास्ते पर पुलिस चौकी के पास से होते व ईंट भ_ा समीप सडक़ें क्षतिग्रस्त है। राहगीरों को आए दिन हादसे का डर बना रहता है। मास्टर जगतारसिंह खोसा व किसान अमोलक खोसा का कहना है कि नाथवाना रोड से जुड़ते अनेक गांवों को जोड़ती सडक़ संकरी है। बीते दिनों एक युवक की मौत के बाद पेचवर्क हुआ है। लेकिन चक प्रतापनगर गांव जाने के लिए करीब 800 मीटर सडक़ जर्जर है। पंचायत समिति डायरेक्टर विक्रमसिंह कलहरी ने बताया कि गांव ढोलनगर और संतपुरा मार्ग पर कई जगह गड्ढ़े हैं। पेचवर्क की मांग प्रशासन से की है लेकिन अब तक कार्रवाई नहीं हुई।
पब्लिक हो रही परेशान
बारिश के बाद सडक़ों पर गड्ढ़े बन गए हैं। कुछ जगह ठीक करवा दिए गए हैं। लेकिन बहुत से जगह अब भी गड्ढ़े यथावत हैं। लेकिन बदहाल सडक़ों की स्थिति ठीक करने को कोई आगे नहीं आ रहा है। नगरपरिषद बोर्ड का कार्यकाल खत्म हो गया है। अधिकारी इन समस्याओं का समाधान करवाने के प्रति गंभीर नहीं हैं। पब्लिक परेशान है।
-मनोज बड़सीवाल, नागरिक, नई खुंजा हनुमानगढ़
कोई नहीं दे रहा ध्यान
जिला मुख्यालय पर सडक़ों की स्थिति ठीक नहीं है। सिविल लाइन की मुख्य सडक़ पर इतने गड्ढ़े हैं कि गिनने पर अंगुलियां छोटी पड़ जाएगी। गड्ढ़ों को भरने के लिए कई बार जिम्मेदार अधिकारियों को अवगत करवाया। लेकिन समस्या समाधान को लेकर कोई गंभीर नहीं है।
-पाल सिंह, नागरिक, न्यू सिविल लाइन, हनुमानगढ़