हनुमानगढ़. टिब्बी के राठीखेड़ा में इथोनोल फैक्टरी को स्थाई रूप से बंद करने की मांग को लेकर किसान इस बार आरपार की लड़ाई लडऩे के मूड में हैं। बुधवार को कलक्ट्रेट घेरने की चेतावनी के बाद से जिला प्रशासन भी एहतियात के तौर पर भीड़ नियंत्रण के प्रयास में जुटा हुआ है। जिला प्रशासन ने […]
हनुमानगढ़. टिब्बी के राठीखेड़ा में इथोनोल फैक्टरी को स्थाई रूप से बंद करने की मांग को लेकर किसान इस बार आरपार की लड़ाई लडऩे के मूड में हैं। बुधवार को कलक्ट्रेट घेरने की चेतावनी के बाद से जिला प्रशासन भी एहतियात के तौर पर भीड़ नियंत्रण के प्रयास में जुटा हुआ है। जिला प्रशासन ने आंदोलन को देखते हुए मंगलवार और बुधवार को हनुमानगढ़ जिला मुख्यालय पर इंटरनेट सेवा बंद कर दी। आंदोलन के आगामी परिणाम आने तक नेटबंदी को लेकर किसी तरह का निर्णय लिया जाएगा। सुरक्षा को लेकर बाहरी जिलों से भी पुलिस जाब्ता मंगवाने की बात अधिकारी कह रहे हैं। इस बीच संयुक्त किसान, भारतीय किसान सभा तथा सीटू आदि संगठनों के कार्यकर्ता बुधवार को प्रस्तावित आंदोलन की तैयारियों में जुटे रहे। कई जगह गांवों में किसानों की नुक्कड़ सभाएं हुई। इसमें अधिकाधिक किसानों से आंदोलन में शामिल होने का आह्वान किया गया। किसान संगठनों का दावा है कि बुधवार को प्रस्तावित घेराव में 20 हजार किसान शामिल होंगे। किसान नेता मंगेज चौधरी ने मंगलवार को मीडिया को बताया कि सरकार निजी कंपनी को फायदा देने के लिए ग्रामीणों की जान से खिलवाड़ करना चाहती है। जो कंपनी फैक्टरी का निर्माण करवा रही है, उत्पादन शुरू होने पर लाखों लीटर जमीन से पानी निकालेगी। बाद में प्रदूषित पानी को वापस जमीन में डालेगी। इससे मिट्टी व वायु प्रदूषण दोनों फैलेगा। आसपास की भूमि खेती योग्य भी नहीं रहेगी। इससे फसल व नस्ल दोनों बर्बाद हो जाएगी। फैक्टरी बंद करने का स्थाई आदेश जारी होने तक आंदोलन जारी रखने की चेतावनी दी। किसान संगठनों का कहना है कि बुधवार को हम जंक्शन मंडी में पहले सभा करेंगे। हमारी मांगों को लेकर सहमति नहीं बनी तो आंदोलन तेज करेंगे।