हनुमानगढ़

जिला परिषद हनुमानगढ़ की आखिरी बैठक में कभी तल्खी तो कभी लगे ठहाके, सदस्यों ने उठाए इलाके के मुद्दे

हनुमानगढ़ जिला परिषद की बैठक में नोहर प्रधान में गिले शिकवे भूलकर अफसरों को आगे तवज्जो देने की कही बात

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हनुमानगढ़ जिला परिषद की बैठक में मौजूद विधायक व अन्य सदस्य।

हनुमानगढ़. जिला परिषद हनुमानगढ़ की साधारण सभा की बैठक में कई बार अधिकारियों और जनप्रतिनिधियों के बीच टीका-टिप्पणी का दौर चला। इस दौरान कभी ठहाके लगे तो कभी बातों में तल्खी भी नजर आई। मंगलवार को हुई बैठक के आखिर में नोहर पंचायत समिति प्रधान सोहन ढिल ने सभी अधिकारियों से कहा कि पांच बरसों तक अधिकारियों ने सदस्यों को सुना। अब कार्यकाल खत्म हो रहा है। ऐसे में सदस्य यदि फिर जनहित की बात को लेकर फोन करें तो गिले-शिकवे भूला करके उनको तवज्जो देना।
इस दौरान ढिल ने गांवों में शराब की चल रही अवैध ब्रांच का मुद़्दा उठाते हुए कहा कि वहां पर चिट्टा सहित अन्य नशा भी बिक रहा है। युवा इसकी गिरफ्त में आ रहा है। लेकिन आबकारी विभाग पांच बरसों से टाइम पास करने में लगा हुआ है। कलक्टर ने आबकारी सहित अन्य अधिकारियों को डिकॉय आपेरेशन करने का निर्देश दिया। जिला प्रमुख कविता मेघवाल, कलक्टर डॉ. खुशाल यादव, पीलीबंगा विधायक विनोद गोठवाल, जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी ओपी बिश्नोई, जिला परिषद सदस्य मनीष मक्कासर, दुन्नीराम, मोहम्मद हुसैन खोखर, प्रवीणा मेघवाल सहित अन्य बैठक में मौजूद रहे। इस दौरान सदस्यों ने अपने-अपने क्षेत्र की समस्याओं से अवगत करवाया। बैठक में पानी, बिजली, सडक़ सहित विभिन्न मुद्दों पर चर्चा हुई। जिला परिषद सदस्य मनीष मक्कासर ने जोधपुर डिस्कॉम की ओर से लोगों के घरों में लगाए जा रहे स्मार्ट मीटर का विरोध किया। उन्होंने कहा कि जब पब्लिक स्मार्ट मीटर का विरोध कर रही है फिर ठेकेदार जबरन क्योंं लगा रहे हैं। उन्होंने कहा कि जनता लगातार विरोध कर रही है। इसलिए विभाग जबरन मीटर लगाने का प्रयास नहीं करें। इस दौरान डिस्कॉम के एसई ने कहा कि स्मार्ट मीटर को लेकर हम भ्रांतियों को दूर करना चाहते हैं। विधायक विनोद गोठवाल ने तो यहां तक कह दिया कि डिस्कॉम के अभियंता गोलीबाज हैं। कुछ सदस्यों ने गांवों में रोडवेज बसें चलाने की मांग रखी। जल संसाधन विभाग हनुमानगढ़ के अधीक्षण अभियंता रामाकिशन ने सिंचाई खाळों के निर्माण को लेकर जानकारी दी। पीलीबंगा विधायक विनोद गोठवाल ने कृषि कनेक्शन जारी नहीं करने, शहरी क्षेत्र में चिकित्सालय निर्माण शुरू नहीं करने अन्य समस्याओं को लेकर नाराजगी जाहिर की। सीएमएचओ डॉ. नवनीत शर्मा, मंडी समिति सचिव सीएल वर्मा, कृषि विभाग के संयुक्त निदेशक प्रमोद यादव, बलकरण सिंह, रमेश बराला, सहकारिता विभाग के उप रजिस्ट्रार अमीलाल सहारण आदि अधिकारी बैठक में मौजूद रहे। शिक्षा अधिकारी पन्नालाल कड़ेला ने शिक्षा क्षेत्र में किए जा रहे नवाचारों को लेकर जानकारी दी।

अफसरों के कितने हाथ जोड़े
जिला प्रमुख कविता मेघवाल ने बैठक की आखिर में अपनी बात रखी। उन्होंने कहा कि सदस्यों कहते हैं कि पांच बरसों में काम नहीं हुए। लेकिन जो काम हुए हैं, उसके लिए मैंने अफसरों के कितने हाथ जोड़े, मैं ही जानती हूं। जिला प्रमुख ने कहा कि जिला प्रमुख बनने के बाद कुछ दिनों तक मुझे पता ही नहीं चला, क्या करना है क्या नहीं। जैसे मुख्यमंत्री का हमारे प्रदेश में हाल हुआ हुआ है, वही मेरा हुआ। लेकिन सभी सदस्यों के सहयोग से कार्यकाल काफी अच्छे से पूर्ण हुआ है।

काम की बात पर खाने-पीने की बात शुरू
बैठक शुरू होने से लेकर खत्म होने तक नाश्ते और भोजन को लेकर काफी चर्चा रही। बैठक शुरू होते ही जब नाश्ता सदस्यों को परोसा जाने लगा तो विधायक विनोद गोठवाल ने एक अफसर की तरफ इशारा करते हुए कहा कि हम यहां नाश्ते के लिए थोड़े आए हैं। खाने-पीने का काम तो इनका है। करीब दो बजे सीईओ ओपी बिश्नोई सदस्यों से लंच का आग्रह करने लगे तो बीच में विधायक गोठवाल फिर कोई समस्या रखने लगे। इस पर सीईओ बिश्नोई ने कहा कि लंच के बाद पंचायतीराज विभाग पर अलग से चर्चा कर लेंगे। मुस्कुराते हुए गोठवाल ने कहा कि सीईओ साहब की खासियत है कि जब भी कोई मुद्दे की बात करने लगता है तो यह खाने-पीने की बात छेड़ देते हैं। गोठवाल ने कहा कि जिला परिषद का कार्यकाल दो-तीन दिन में पूरा हो रहा है। काम हो गए हैं, भुगतान नहीं हुआ है। उद्घाटन नहीं हुए हैं। इस पर चर्चा करने की जरूरत बताई।

वो अनपढ़ हैं, इसलिए मैं रखूंगा बात
जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक में एक सदस्य के पति ने आकर अचानक सदन से स्वीकृति लेकर अपनी बात रखनी शुरू कर दी। उसका कहना था कि मेरी पत्नी सदस्य हैं। लेकिन वह अनपढ़ हैं। वह बात नहीं रख सकती है। इसलिए मैं उनकी तरफ से बात रखना चाहता हूं। मौके की नजाकत को भांपते हुए कलक्टर ने तत्काल सदस्य के पति से कहा कि अनपढ़ होना अलग बात है, लेकिन समस्या रखना अलग बात है। इसलिए सदस्य ही बात रख सकते हैं। इतना कहने पर महिला सदस्य के पति बैठ गए।

फिर मिलने का मौका और चल दिए सभी
जिला परिषद की साधारण सभा की बैठक समाप्त होने के बाद सभी सदस्य और अधिकारियों ने मिलकर ग्रुप फोटो खिंचवाई। फिर मिलने का वादा लेकर सभी ने बैठक से रवानगी ली। जिला परिषद स्टॉफ की ओर से सभी मौजूद सदस्यों को यादगार के तौर पर सम्मान पत्र सौंपा गया। पगड़ी पहनाकर सभी का सम्मान किया गया।

शिकायत पर नहीं अमल
बैठक में श्रम कल्याण विभाग की ओर से संचालित होने वाली योजनाओं को लेकर सदस्यों ने जानकारी चाही तो श्रम कल्याण अधिकारी ने इस बारे में पूरी जानकारी दी। उन्होंने बताया कि मजदूर कार्डधारी श्रमिक की सामान्य मौत पर दो लाख तथा दुर्घटना में मौत पर पांच लाख रुपए की सहायता राशि परिवार को दी जाती है। इसमें अभी तक 245 आवेदन मिले, इसमें 170 निरस्त किए गए हैं। भारी संख्या में रिजेक्ट होने को लेकर सदस्यों ने सवाल किया तो श्रम कल्याण अधिकारी ने कहा कि यह ऑटो रिजेक्ट होता है। इसमें दोबारा अपना पक्ष रखने का मौका दिया जाता है। सदस्यों का आरोप था कि कुछ चिन्ह्ति ईमित्र पर आवेदन करने पर विभाग अमल करता है। परिवादी की शिकायत पर अमल नहीं होता।

Published on:
10 Dec 2025 10:24 am
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