Rishikesh Billore of Harda will join the RDC parade पाकिस्तान की जमीं पर गिरने और उनकी आर्मी से घिरने के बाद भी अभिनंदन की शेर जैसी बहादुरी देख भारतीय युवाओं के वे रोल माडल बन गए थे।
भारतीय वायु सेना के विंग कमांडर अभिनंदन वर्धमान को भला कौन भूल सकता है! पाक के एफ- 16 विमान को अपने मिग- 21 से मार गिराने और ख़ुद पैराशूट से कूद जाने का उनका शौर्य पूरी दुनिया जानती है। पाकिस्तान की जमीं पर गिरने और उनकी आर्मी से घिरने के बाद भी अभिनंदन की शेर जैसी बहादुरी देख भारतीय युवाओं के वे रोल माडल बन गए थे। देश सेवा का वही जज़्बा, जुनून लेकर हरदा जिले के टिमरनी के ऋषिकेश बिल्लौरे भी आगे बढ़ रहे हैं। पहली ही उड़ान में अभिनंदन की तरह बनने का उनका जज्बा और जुनून देखकर हर कोई हैरान रह गया। ऋषिकेश बिल्लौरे को अब गणतंत्र दिवस समारोह- 2025 के लिए दिल्ली के कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड के लिए चुना गया है।
एनसीसी के हर कैडेट्स का सपना होता है कि वह RDC ( रिपब्लिक डे कैंप ) के लिए चयनित हो। इस सपने को सच कर दिखाया है टिमरनी के बेटे ऋषिकेश बिल्लौरे ने। वे मध्यप्रदेश- छत्तीसगढ़ एनसीसी एयर विंग के बेस्ट कैडेट के रूप में चुने गए हैं। अब अगले माह ( गणतंत्र दिवस समारोह- 2025 ) दिल्ली के कर्तव्य पथ पर होने वाली परेड में शामिल होकर वे तिरंगे को सलामी देंगे।
RDC के लिए चयन प्रक्रिया का क्रम अगस्त 2024 से ही शुरू हो गया था। पाँच कैंपों में ऋषिकेश ने परेड परीक्षण, फायरिंग में दक्षता, ऑफिसर्स को इंटरव्यू, ग्रुप डिस्कशन, लिखित परीक्षा की परिणाम सूची में लगातार अपना स्थान बनाए रखा। 7 दिसम्बर से 25 दिसम्बर तक मैनिट कॉलेज भोपाल में आयोजित लगातार दो कैम्पों में भी अपना सर्वोच्च प्रदर्शन किया। आखिरकार ऋषिकेश बिल्लौरे, इंदौर का चयन एयर विंग के बेस्ट कैडेट के रूप में घोषित कर दिया गया।
डायरेक्टेड के अंतर्गत आने वाले करीब 40 हजार कैडेट्स के बीच हुई प्रतियोगिता के बाद तीन बेस्ट कैडेस्ट्स को चुना गया है। इसी तरह अलग अलग विधा के दल का चयन किया गया। इन्हें फ्लैग आफ सेरेमनी के बाद भोपाल एक्सप्रेस से RDC परेड के दिल्ली के लिए रवाना किया गया।
टिमरनी में स्कूली पढ़ाई करने वाले ऋषिकेश बिल्लौरे, इन दिनों होल्कर साइंस कॉलेज, इन्दौर में तृतीय वर्ष के छात्र हैं। ऋषिकेश ने कॉलेज में एनसीसी ( एयर विंग ) भी ज्वाइन की हुई है। अपने जीवन की पहली उड़ान कैम्प के दौरान 1एमपी, एयर स्क्वाड्रन के कमांडिंग ऑफिसर के साथ aircraft sortie यानि विमान उड़ान की। इस दौरान ऋषिकेश टैक ऑफ से लेकर लैंड होने तक 26 मिनट हवा में रहे थे। पहली ही उड़ान में उन्होंने अपना हुनर दिखा दिया। उनका जज्बा और जुनून काबिलेतारीफ रहा।