हाथरस

हाथरस दाऊजी मेले में बारिश से बड़ा हादसा, पंडाल गिरा, 70 से ज्यादा बच्चे फंसे, अफरा-तफरी मची

Hathras News: हाथरस के दाऊजी मेले में तेज बारिश और आंधी के चलते पंडाल गिर गया। घटना के दौरान 70 से 80 बच्चे और अभिभावक फंस गए। मौके पर अफरा-तफरी मच गई, हालांकि पुलिस प्रशासन ने तुरंत रेस्क्यू कर सभी को सुरक्षित बाहर निकाला।

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Sep 02, 2025

Hathras News: उत्तर प्रदेश के हाथरस जिले में रविवार को अचानक हुई मूसलाधार बारिश ने जनजीवन अस्त-व्यस्त कर दिया। करीब दो घंटे की तेज बारिश और आंधी से पूरे शहर में जलभराव की स्थिति पैदा हो गई। कई जगहों पर बिजली आपूर्ति बाधित हो गई और सड़कों पर गाड़ियां घंटों तक फंसी रहीं। इसी दौरान शहर के सुप्रसिद्ध श्री दाऊजी महाराज मंदिर परिसर में मेला रिसीवर शिविर में बड़ा हादसा हो गया।

बच्चों के सांस्कृतिक कार्यक्रम के दौरान गिरा पंडाल

1 सितंबर को मेला रिसीवर शिविर के अंदर बच्चों की नृत्य, संगीत और गायन प्रतियोगिता का आयोजन किया गया था। इस कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि पूर्व चेयरमैन आशीष शर्मा और महिला आयोग की सदस्य रितु गौड़ शामिल थीं। पंडाल में 70 से 80 बच्चे अपने अभिभावकों के साथ मौजूद थे और बच्चों की प्रस्तुतियों का आनंद ले रहे थे। तभी अचानक तेज बारिश और आंधी ने पूरे पंडाल को हिला दिया और देखते ही देखते टेंट भरभराकर गिर पड़ा।

पंडाल गिरते ही मची अफरा-तफरी

पंडाल गिरते ही वहां अफरा-तफरी मच गई। अतिथि, बच्चे और अभिभावक पंडाल के नीचे दबकर फंस गए। लोग अपनी जान बचाने के लिए इधर-उधर भागने लगे। हालात इतने बिगड़ गए कि मौके पर भगदड़ जैसी स्थिति बन गई। बच्चों की चीख-पुकार सुनकर वहां मौजूद लोग टेंट उठाने में जुट गए। इस बीच पुलिस प्रशासन और मेला समिति के सदस्यों ने तत्काल मोर्चा संभाला।

हादसे की जानकारी मिलते ही मौके पर सीओ सिटी और एसडीएम सदर फोर्स के साथ पहुंच गए। पुलिस बल और स्थानीय लोगों की मदद से बच्चों और अभिभावकों को पंडाल से सुरक्षित बाहर निकाला गया। एंबुलेंस को तुरंत घटनास्थल पर बुलाया गया। इस दौरान तीन बच्चे चोटिल हो गए, जिन्हें जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया है। डॉक्टरों ने बताया कि बच्चों की स्थिति खतरे से बाहर है और उनका इलाज जारी है।

हाथरस शहर में दो घंटे तक लगातार हुई बारिश ने हालात को बिगाड़ दिया। शहर की कई सड़कें तालाब में बदल गईं। लोगों को आवागमन में भारी दिक्कतों का सामना करना पड़ा। दाऊजी मेले में हुए इस हादसे ने प्रशासन की व्यवस्थाओं पर भी सवाल खड़े कर दिए हैं। लोग कह रहे हैं कि अगर समय रहते पंडाल खाली नहीं कराया जाता तो बड़ा हादसा हो सकता था।

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