Cancer Deaths on the Rise in India : कैंसर को लेकर एक बहुत ही चौकाने वाली बात सामने आई है। भारत में हर पांच में से तीन लोगों की लोगों की मौत कैंसर की वजह से हो जाती है। लैंसेट जर्नल में प्रकाशित अध्ययन में यह पाया गया है।
Cancer Crisis in India : कैंसर की पहचान होने के बाद भारत में हर पांच में से तीन लोगों की जान नहीं बच पाती है। भारतीय चिकित्सा अनुसंधान परिषद (आइसीएमआर) द्वारा हाल ही में किए गए एक अध्ययन से यह खुलासा हुआ है। लैंसेट जर्नल (ICMR cancer study 2024) में प्रकाशित अध्ययन में यह पाया गया है कि भारत में पुरुषों की तुलना में महिलाएं कैंसर से ज्यादा जूझ रही हैं।
अध्ययन में वैश्विक कैंसर डेटा के विश्लेषण से यह सामने आया है कि अमरीका में कैंसर (Cancer) से मृत्यु दर का अनुपात चार में से लगभग एक है, जबकि चीन में यह दो में से एक है। वहीं भारत में सबसे अधिक पांच में से तीन है। अध्ययन में यह भी पाया गया कि कैंसर रोगियों के मामले भारच चीन और अमरीका के बाद तीसरे स्थान पर है। रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया भर में कैंसर से संबंधित मौतों में से 10 प्रतिशत से अधिक के लिए भारत जिम्मेदार है। रिपोर्ट में यह भी कहा गया है कि भारत में जनसंख्या की आयु बढ़ने के साथ-साथ कैंसर के मामलों में दो प्रतिशत की वार्षिक वृद्धि होगी।
अध्ययन के लिए, शोधकर्ताओं ने पिछले 20 वर्षों में भारत में विभिन्न आयु समूहों और लिंगों में 36 प्रकार के कैंसर (Cancer) के रुझानों की जांच की।
भारत में जो सबसे अधिक प्रचलित कैंसर (Cancer) हैं उनमें ब्रेस्ट और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर अहम हैं। भारत में कुल कैंसर के मामलों में स्तन कैंसर की हिस्सेदारी 13 प्रतिशत और गर्भाशय ग्रीवा कैंसर की हिस्सेदारी 9.2 फीसदी है।
अध्ययन के मुताबिक 2022 में स्तन कैंसर के दुनिया भर में 23 लाख नए मामले सामने आए। वहीं 670,000 महिलाएं इस बीमार से अपनी जिंदगी की जंग हार गईं। मतलब की हर 20 में से एक महिला स्तन कैंसर (Breast cancer) का शिकार बन रही है। वहीं 70 में से एक महिला की मृत्यु जीवनकाल में इस बीमारी से हो सकती है।
रिपोर्ट के अनुसार, दुनिया में हर घंटे स्तन कैंसर की वजह से औसतन 76 महिलाओं की मौत हो रही है। इससे ज्यादा चिंता की बात यह है कि 2050 तक कैंसर के नए मामलों में 38 फीसदी का इजाफा हो सकता है। मतलब की सालाना 32,00,000 नए मामले सामने आ सकते हैं।
दुनिया भर में हर मिनट चार महिलाओं में स्तन कैंसर (Breast cancer) का मामले सामने आ रहे हैं। वहीं हर मिनट एक महिला की मौत इस बीमारी से हो रही है। समय के साथ यह आंकड़े और बदतर होते जा रहे हैं।
डॉक्टर जोआन किम, साइंटिस्ट, आईएआरसी