किचन में रखा मसाला हमारे लिए कितना फायदेमंद हो सकता है यह हमें पता ही नहीं रहता है। इसलिए हम आपको बताएंगे किचन में रखा एक (Ajwain Benefits for health) मसाला जो हमारे स्वास्थ्य के लिए कितना लाभकारी है।
Ajwain Benefits for health : मसाले को हम अक्सर खाने का स्वाद बढ़ाने के लिए उपयोग में लेते हैं। लेकिन मसाला हमारे लिए कब बीमारी में काम आ जाएं हमें खुद ही नहीं पता होता है। किचन में रखें कई ऐसे मसाले है जो हमारे स्वास्थ्य के लिए भी लाभकारी होते हैं। उन्हीं मसालों में से एक है अजवाइन, अजवाइन (Ajwain) हमारे खाने के स्वाद को तो बढ़ाता ही है साथ ही यह हमारे स्वास्थ्य के लिए भी बहुत फायदेमंद होता है। इन छोटे बीजों में प्रोटीन, फाइबर, फास्फोरस, कैल्शियम, आयरन और अन्य कई पोषक तत्व मौजूद होते हैं।
यदि आपकी पाचन शक्ति कमजोर है तो अजवाइन का सेवन आपके लिए बहुत फायेदमंद होता है। आइए जानते हैं किचन में रखें इस मसाले के फायदे क्या है।
अजवाइन (Ajwain) का बीज जो फाइबर और पौटेशियम से भरपूर होता है जिससे हमारा ब्लड प्रेशर नियंत्रिम रहता है। अजवाइन के सेवन से हम हार्ट से संबंधित बीमारियों को भी ठीक कर सकते हैं। अजवाइन में पाया जाने वाला थाइमोल नामक एंजाइम शरीर में कैल्शियम के अवशोषण को बढ़ाने में मदद करता है।
यदि आप पाचन संबंधित समस्या से परेशान चल रहे है तो आपके लिए अजवाइन (Ajwain) का सेवन फायदेमंद हो सकता है। अजवाइन में पाया जाने वाला थाइमोल नामक तत्व पाचन में सुधार करता है। अजवाइन के सेवन से अपच, सूजन, गैस समस्याओं में फायदा मिलता है।
यदि आप गठिया और जोड़ों के दर्द जैसी बीमारियों से पेरशान है तो अजवाइन आपके लिए फायदेमंद हेा सकती है। अजवाइन में गामा-टेरपीनिन पेप्टिक मौजूद होते हैं जो अल्सर, डायबिटीज के इलाज, ब्लडप्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के स्तर को कम करने में मदद करते हैं।
यदि आप वजन कम करने कि सोच रहे हैं तो अजवाइन का सेवन आपकी मदद कर सकता है। अजवाइन आपकी मेटाबोलिज्म को बढ़ाता है और पाचन में भी सुधार करता है। यदि आप गैस की समस्या से परेशान है तो अजवाइन और पानी का मिश्रण फायदेमंद साबित हो सकता है।
अजवाइन में पाएं जाने वाले एंटी फंगल गुण आपकी स्किन के लिए गुणकारी होते हैं। अजवाइन का उपयोग त्वचा की समस्याओं जैसे मुंहासे, एक्जिमा और फंगल संक्रमण में किया जा सकता है।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।