Ayushman Bharat Health Insurance : मोदी कैबिनेट ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए एक महत्वपूर्ण कदम उठाते हुए बुजुर्गों को बेहतर चिकित्सा देखभाल प्रदान करने के लिए बड़ा कदम उठाया है। बुधवार को घोषित इस नई पहल के तहत, 70 वर्ष और उससे अधिक आयु के सभी वरिष्ठ नागरिक, उनकी आय चाहे जैसी भी हो, आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) के तहत कवर होंगे।
Ayushman Bharat Health Insurance : प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की अगुवाई वाली सरकार ने वरिष्ठ नागरिकों के लिए बड़ा कदम उठाते हुए आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (AB PM-JAY) का विस्तार किया है। अब 70 वर्ष से अधिक उम्र के सभी वरिष्ठ नागरिक, चाहे उनकी आय कुछ भी हो, इस योजना के तहत कवर होंगे। यह घोषणा प्रधानमंत्री मोदी (PM Modi) ने अप्रैल में की थी, और इसे कैबिनेट ने बुधवार को मंजूरी दे दी है।
Ayushman Bharat Health Insurance : नई योजना के तहत वरिष्ठ नागरिकों को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये तक का निःशुल्क स्वास्थ्य बीमा मिलेगा। यह लाभ परिवार के आधार पर दिया जाएगा और इससे 4.5 करोड़ परिवार और 6 करोड़ वरिष्ठ नागरिक लाभान्वित होंगे। योजना के तहत पात्र वरिष्ठ नागरिकों को एक विशेष AB PM-JAY कार्ड जारी किया जाएगा।
जो वरिष्ठ नागरिक पहले से ही AB PM-JAY योजना के तहत कवर हैं, उन्हें अतिरिक्त टॉप-अप कवरेज मिलेगा। यह टॉप-अप कवरेज 25 लाख रुपये प्रति वर्ष तक होगा, जिससे उनकी स्वास्थ्य सुरक्षा और भी मजबूत होगी।
70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिक, जो पहले से किसी अन्य सार्वजनिक स्वास्थ्य बीमा योजना जैसे कि केंद्रीय सरकारी स्वास्थ्य योजना (CGHS), पूर्व सैनिक अंशदायी स्वास्थ्य योजना (ECHS) या आयुष्मान केंद्रीय सशस्त्र पुलिस बल (CAPF) योजना का लाभ ले रहे हैं, वे चाहें तो अपनी मौजूदा योजना को जारी रख सकते हैं या फिर AB PM-JAY में शामिल हो सकते हैं।
सरकार के इस कदम से 70 वर्ष और उससे अधिक उम्र के वरिष्ठ नागरिकों को बड़ी राहत मिलेगी। अब उन्हें और उनके परिवार को प्रति वर्ष 5 लाख रुपये का स्वास्थ्य बीमा (Health insurance) कवर मिलेगा। यदि वे पहले से किसी अन्य योजना में हैं, तो उन्हें अपनी योजना जारी रखने या AB PM-JAY में स्थानांतरित होने का विकल्प मिलेगा।
इस पहल का उद्देश्य देश के वरिष्ठ नागरिकों को बेहतर स्वास्थ्य सेवाएं प्रदान करना और उनके जीवन की गुणवत्ता में सुधार लाना है। सरकार का यह कदम न सिर्फ एक बड़ा सामाजिक सुरक्षा उपाय है, बल्कि यह देश के बुजुर्गों के प्रति उसकी जिम्मेदारी और कर्तव्य का भी प्रतीक है।