Diabetes, Obesity, and High Blood Pressure? : विश्व स्वास्थ्य संगठन (डब्ल्यूएचओ) के अनुसार, एनसीडी एक बड़ी ग्लोबल हेल्थ प्रोब्लम है, जिसके कारण हर साल 41 मिलियन लोगों की मृत्यु होती है, जो कुल मौतों का 74 प्रतिशत है।
Diabetes, High Blood Pressure, and Obesity : आज के समय में हर 90 प्रतिशत लोग किसी न किसी बीमारी से ग्रसित नजर आते हैं और उनमें से भी डायबिटीज (Diabetes) , हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure,) और मोटापे (Obesity) जैसी बीमारी आम हो गई है। विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एनसीडी एक बड़ी ग्लोबल हेल्थ प्रोब्लम है, जिसके कारण हर साल 41 मिलियन लोगों की मृत्यु होती है, जो कुल मौतों का 74 प्रतिशत है। विशेषज्ञों ने कहा कि नॉन-कम्युनिकेबल डिजीज (एनसीडी) के रूप में जानी जाने वाली ये बीमारियां स्वास्थ्य के लिए बहुत बड़ा जोखिम पैदा कर रही हैं, लेकिन हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना जरूरी है और जोखिमों को कम करने में मदद कर सकता है।
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, एनसीडी एक बड़ी ग्लोबल हेल्थ प्रोब्लम है, जिसके कारण हर साल 41 मिलियन लोगों की मृत्यु होती है, जो कुल मौतों का 74 प्रतिशत है।
1. स्वस्थ खानपान: संतुलित आहार से करें शुरुआत
2. नियमित व्यायाम: एक्टिव लाइफस्टाइल अपनाएं
3. तनाव का प्रबंधन: मानसिक स्वास्थ्य पर दें ध्यान
4. नियमित जांच: समय पर करवाएं हेल्थ चेकअप
5. धूम्रपान और शराब से दूरी: स्वस्थ जीवन के लिए ये है जरूरी
सर गंगा राम अस्पताल के मेडिसिन विभाग में कंसल्टेंट डॉ. विनस तनेजा का कहना है कि ये सभी पुरानी बीमारियां है और इनको रोकने के लिए रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी के साथ के साथ समय पर पहचान और रोकथाम की जरूरत होती है। डॉ. सुनील कुमार चौधरी, कंसल्टेंट - इंटरनल मेडिसिन, फोर्टिस एस्कॉर्ट्स, ओखला रोड, नई दिल्ली ने कहा कि एनडीसी को “फल, सब्ज़ियां और साबुत अनाज वाली डाइट को फॉलो करके और रेगुलर फिजिकल एक्टिविटी के साथ रोका जा सकता है। उन्होंने आगे कहा कि धूम्रपान और बहुत ज्यादा शराब का सेवन करने से हमारा वेट बढ़ जाता है और हमारी दिनचर्या खराब होती चली जाती है।
अपोलो अस्पताल की हाल ही में ‘हेल्थ ऑफ़ द नेशन' रिपोर्ट के अनुसार, लगभग चार में से तीन भारतीय मोटे या ज्यादा वजन वाले पाए गए। इसने दिखाया कि मोटापे की घटना 2016 में 9 प्रतिशत से बढ़कर 2023 में 20 प्रतिशत हो गई।
2016 में हाई ब्लड प्रेशर (High Blood Pressure) के मामले 9 प्रतिशत थे जो अब बढ़कर 13 प्रतिशत हो गए है जबकि तीन में से दो भारतीय या 66 प्रतिशत लोग प्री-हाइपरटेंसिव स्टेज में हैं। इसके अलावा, डेटा ने यह भी दिखाया कि 10 में से एक व्यक्ति को अनकंट्रोल डायबिटीज है और तीन में से एक व्यक्ति प्रीडायबिटिक है। युवा भारतीयों में कैंसर की चुनौती भी बढ़ रही है।
अनहेल्दी लाइफस्टाइल जिसमें शुगर-सोडियम-फैटी डाइट शामिल है, साथ ही गतिहीन जीवनशैली, तंबाकू के धुएं, शराब के सेवन, बढ़ते वायु प्रदूषण जैसे पर्यावरणीय कारक और बढ़ती उम्र की आबादी एनसीडी को बढ़ावा देने वाले प्रमुख कारक हैं।