Cardiogenic shock symptoms : भारतीय सिनेमा के ‘भारत कुमार’ मनोज कुमार का 87 वर्ष की उम्र में 4 अप्रैल 2025 को मुंबई में निधन हो गया। वे कार्डियोजेनिक शॉक और डिकंपेन्सेटेड लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे। उनका जीवन इस बात की याद दिलाता है कि बढ़ती उम्र में सेहत का विशेष ख्याल रखना ज़रूरी है।
Manoj Kumar Passes Away : बॉलीवुड के दिग्गज अभिनेता और निर्देशक मनोज कुमार का 4 अप्रैल 2025 को मुंबई के कोकिलाबेन धीरूभाई अंबानी अस्पताल में निधन हो गया। 87 वर्षीय इस महान कलाकार के जाने से भारतीय सिनेमा का एक स्वर्णिम अध्याय समाप्त हो गया। अपने शानदार अभिनय और देशभक्ति फिल्मों के लिए मशहूर मनोज कुमार को फैंस 'भारत कुमार' के नाम से भी जानते थे।
मनोज कुमार की मृत्यु की वजह कार्डियोजेनिक शॉक (Cardiogenic Shock) बताई जा रही है, जो एक्यूट मायोकार्डियल इंफार्क्शन (हार्ट अटैक) के कारण हुआ। साथ ही, वे बीते कुछ महीनों से डिकंपेन्सेटेड लिवर सिरोसिस जैसी गंभीर बीमारी से भी जूझ रहे थे, जिसने उनकी सेहत को और बिगाड़ दिया था।
लेकिन क्या आप जानते हैं कि मनोज कुमार बढ़ती उम्र के साथ कई गंभीर बीमारियों से जूझ रहे थे? आइए जानते हैं, किन स्वास्थ्य समस्याओं से वे पीड़ित थे और बढ़ती उम्र में सेहत का ध्यान कैसे रखें।
मनोज कुमार फरवरी 2025 में कार्डियोजेनिक शॉक (Cardiogenic Shock) के कारण अस्पताल में भर्ती हुए थे। यह एक गंभीर स्थिति होती है, जिसमें दिल पर्याप्त खून पंप नहीं कर पाता और शरीर के महत्वपूर्ण अंगों को ऑक्सीजन नहीं मिल पाती।
धमनियों में रुकावट – जब कोरोनरी आर्टरी में रुकावट आ जाती है, तो दिल की मांसपेशियों को पर्याप्त खून नहीं मिल पाता।
हाई ब्लड प्रेशर – लंबे समय तक उच्च रक्तचाप रहने से दिल की कार्यक्षमता कम हो जाती है।
अनियमित दिल की धड़कन – बहुत तेज़ या धीमी धड़कन से दिल की पंपिंग क्षमता प्रभावित होती है।
मनोज कुमार को डिकंपेन्सेटेड लिवर सिरोसिस (Decompensated Liver Cirrhosis) भी था, जो लिवर की गंभीर बीमारी है। इसमें लिवर धीरे-धीरे क्षतिग्रस्त हो जाता है और शरीर के लिए ज़रूरी कार्य करने में असमर्थ हो जाता है, जैसे –
खून को साफ करना
पाचन में सहायता करना
विषाक्त पदार्थों को बाहर निकालना
- पेट में सूजन (Ascites)
- त्वचा और आंखों का पीला पड़ना (Jaundice)
- उल्टी या मल में खून आना
- चीजों को समझने में दिक्कत होना
- शारीरिक कमजोरी और थकान महसूस होना
मनोज कुमार जैसी बीमारियों से बचने के लिए बढ़ती उम्र में अपनी सेहत का खास ख्याल रखना ज़रूरी है।
नियमित व्यायाम करें – रोज़ाना 30 मिनट की हल्की वॉक सेहत के लिए फायदेमंद होती है।
संतुलित आहार लें – तले-भुने खाने की बजाय हरी सब्ज़ियां, फल और ओमेगा-3 युक्त भोजन लें।
ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल की निगरानी करें।
- शराब और तंबाकू से दूर रहें।
- ज्यादा तैलीय और मसालेदार भोजन से बचें।
- पानी खूब पिएं और हेल्दी डाइट अपनाएं।
- दिल, लिवर और किडनी की समय-समय पर जांच कराएं।
- ब्लड टेस्ट और बीपी चेकअप ज़रूर करवाएं।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने X (पूर्व में ट्विटर) पर शोक व्यक्त करते हुए लिखा,
महान अभिनेता और फिल्म निर्माता श्री मनोज कुमार जी के निधन से गहरा दुख हुआ। वे भारतीय सिनेमा के दिग्गज थे, जिनकी देशभक्ति की भावना उनकी फिल्मों में साफ झलकती थी। उनकी कृतियां आने वाली पीढ़ियों को प्रेरित करती रहेंगी। मेरी संवेदनाएं उनके परिवार और प्रशंसकों के साथ हैं। ओम शांति।"
मनोज कुमार की विरासत रहेगी अमर
मनोज कुमार सिर्फ एक अभिनेता नहीं, बल्कि भारतीय सिनेमा के आइकन थे। उनकी फिल्में जैसे 'पूरब और पश्चिम', 'क्रांति', 'उपकार' देशभक्ति का जज़्बा जगाने वाली हैं। उनका योगदान कभी भुलाया नहीं जा सकता।
उनका यह जाना सिनेमा और फैंस के लिए एक बड़ी क्षति है, लेकिन उनकी विरासत हमेशा अमर रहेगी।