Coconut Oil Benefit : नारियल चाहें खाया जाए या लगाया जाए, दोनों तरीके से यह शरीर के लिए फायदेमंद होता है। लोग अपने आप को स्वस्थ रखने के लिए नारियल पानी से लेकर नारियल तेल तक का इस्तेमाल बड़े पैमाने पर करते हैं। यह मॉइस्चराइजिंग गुणों से भरपूर होता है।
Coconut Oil Benefit : नारियल तेल (Coconut Oil) का उपयोग प्राचीन समय से किया जा रहा है। यह न केवल खाने में बल्कि स्किनकेयर में भी बहुत लोकप्रिय है। हालांकि, इसके कई फायदे हैं, पर इसके कुछ नुकसान भी हो सकते हैं। आइए, जानते हैं नारियल तेल (Coconut Oil) के लाभ और हानियों के बारे में।
नारियल तेल (Coconut Oil) में उच्च मात्रा में सैचुरेटेड फैट्स होते हैं, जो त्वचा को गहराई से मॉइस्चराइज करते हैं। यह ड्राई स्किन के लिए एक उत्कृष्ट उपाय है।
नारियल तेल (Coconut Oil) में लॉरिक एसिड और कैप्रिक एसिड जैसे कई महत्वपूर्ण फैटी एसिड होते हैं। ये हमारी त्वचा पर हानिकारक बैक्टीरिया और फंगस को मारने में मदद करते हैं।
नारियल तेल (Coconut Oil) त्वचा के संक्रमण, मुहासे, और फॉलिकुलाइटिस को ठीक करने में भी मददगार है। इसके एंटीसेप्टिक गुण त्वचा को साफ और चमकदार बनाने में सहायता करते हैं।
हालांकि नारियल तेल (Coconut Oil) में कई गुण हैं, लेकिन यह बहुत भारी होता है। इससे चेहरे पर झुर्रियां और लाइंस भी आ सकती हैं।
कई बार नारियल तेल (Coconut Oil) का उपयोग करने से एलर्जी हो सकती है। इसका कारण यह है कि नारियल तेल त्वचा पर एक बैरियर बना देता है, जिससे नमी अंदर नहीं जा पाती और त्वचा सूखी हो जाती है।
जो लोग ऑयली स्किन के शिकार हैं, उनके लिए नारियल तेल (Coconut Oil) का उपयोग करना नुकसानदेह हो सकता है। यह कमोडोजेनिक होता है, जिससे त्वचा के पोर्स बंद हो जाते हैं और मुहासे होने की संभावना बढ़ जाती है।
अगर आप नारियल तेल का उपयोग करना चाहते हैं, तो इसे फेस पैक के रूप में लगाना बेहतर हो सकता है। इससे आपकी त्वचा पर अधिक दबाव नहीं पड़ेगा।
अपने स्किन टाइप को पहचानकर ही नारियल तेल का उपयोग करें। यदि आपकी त्वचा पहले से ही तैलीय है, तो इसे रातभर चेहरे पर न लगाएं।
नारियल तेल का उपयोग करने से पहले इसके लाभ और हानियों को समझना आवश्यक है। इसे अपने स्किन टाइप के अनुसार सीमित मात्रा में उपयोग करें ताकि आप इसके लाभों का अधिकतम लाभ उठा सकें और हानियों से बच सकें।
डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।