Dengue Case In India: इस साल अब तक देशभर में डेंगू के कुल 13,052 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 19 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार...
Dengue Case In India: प्रत्येक साल डेंगू का प्रक्रोप देशभर में छाया रहता है। जिससे लोग बिमारी के चपेट में आ जाते हैं। साथ ही डेंगू के कारण हर साल लोगों की मौत भी होती है। इस साल अब तक देशभर में डेंगू के कुल 13,052 मामले सामने आए हैं, जिनमें से 19 लोगों की मौत हो चुकी है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार, केरल में सबसे अधिक केस और मौतें दर्ज की गई हैं, इसके बाद तमिलनाडु का स्थान है। केरल में अप्रैल से जून 2025 के बीच डेंगू के 3,871 मामले और 16 मौतें दर्ज हुई हैं, जबकि तमिलनाडु में इसी अवधि में 3,023 केस और दो लोगों की जान गई है।
कर्नाटक:1,480
आंध्र प्रदेश: 376
महाराष्ट्र: 1,345
तेलंगाना: 433
गुजरात: 305
राजस्थान: 293
उत्तर प्रदेश: 289
दिल्ली: 175
ओडिशा: 158
उत्तराखंड: 146
मिजोरम: 141
मध्य प्रदेश: 111
पंजाब: 101
पुडुचेरी: 74
केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि इस वर्ष के पहले छह महीनों में डेंगू के मामलों में कमी देखी गई है, हालांकि दक्षिण भारत के कुछ राज्यों में मामलों में वृद्धि हुई है। डेंगू की स्थिति को लेकर 2 जुलाई को स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्रालय और आवास व शहरी कार्य मंत्रालय के वरिष्ठ अधिकारियों की एक इंटर मिनिस्ट्री मीटिंग हुई। इसमें नौ राज्यों के प्रमुख नगर निगमों की तैयारियों की समीक्षा की गई।
2024 में डेंगू के करीब 2.3 लाख मामले और 297 मौतें दर्ज की गई थीं। वहीं, 2023 में यह संख्या 2.8 लाख मामलों और 485 मौतों तक पहुंच गई थी, जो 2019 के बाद सबसे अधिक है। दक्षिण भारत में सबसे ज्यादा प्रभाव डेंगू का देखा जा रहा है। केरल और तमिलनाडु के बाद कर्नाटक में 1,480 मामले सामने आए, हालांकि वहां बीते दो महीनों में कोई मौत दर्ज नहीं हुई है। आंध्र प्रदेश में 376 केस और एक मौत हुई है।
मंत्रालय के अधिकारियों के अनुसार मानसून और उसके बाद का समय वेक्टर बोर्ने रोगों के लिए जोखिमपूर्ण होता है, इसलिए केंद्र सरकार पहले से ही सतर्कता और रोकथाम के उपायों की तैयारी शुरू कर देती है। राज्यों और केंद्र शासित प्रदेशों से प्राप्त रिपोर्ट्स और फील्ड विजिट्स के आधार पर निगरानी और मूल्यांकन लगातार किया जाता है।
ठहरे हुए पानी के सभी स्रोतों को उचित रूप से समाप्त करना। जैसे कूलर या बाल्टी में पानी जमा ना होने देना।
घर के सभी खिड़कियां और दरवाजे बंद रखें।
मच्छर भगाने वाली दवाओं का इस्तेमाल करें और अपने शरीर को ढ़क कर रखें।
घर के बाहर सतर्क रहे। बाहर भी मच्छर सक्रिय होते हैं।
अपने आस-पास का वातावरण साफ रखें और सोते समय मच्छरदानी का प्रयोग करें।