स्वास्थ्य

क्या आप जानते हैं? एक DNA स्विच ने हमें बनाया खास इंसान

DNA Switch: वैज्ञानिकों ने डीएनए का एक खास स्विच खोज निकाला है, जिसने इंसानी दिमाग को बंदरों से अलग और अधिक विकसित बनाया। यह शोध अल्जाइमर और ऑटिज्म जैसी बीमारियों के निदान में भी मददगार हो सकता है।

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Aug 20, 2025
DNA switch discovery (PHOTO- FREEPIK)

DNA Switch: वैज्ञानिकों ने इंसान के दिमाग को समझने की दिशा में एक बड़ी खोज की है। अमेरिका की सान डिएगो यूनिवर्सिटी के रिसर्चर्स ने डीएनए का एक ऐसा खास हिस्सा खोज निकाला है जो दिमाग के विकास और उसके कामकाज में अहम भूमिका निभाता है। इस खास डीएनए स्विच की वजह से इंसान का दिमाग बंदरों से ज्यादा विकसित हुआ है।

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क्या है खोज?

वैज्ञानिकों ने पाया कि हमारे दिमाग के सही तरह से काम करने के पीछे एचएसआरए123 नाम का एक जेनेटिक स्विच जिम्मेदार है। यह स्विच दिमाग के अलग-अलग हिस्सों को बैलेंस करता है और उनके बीच तालमेल बनाता है। यही कारण है कि इंसान सोचने, समझने और चीजों को विकसित करने में बाकी जीवों से आगे है।

दिमाग का संतुलन बनाए रखता है

एचएसआरए123 जीन न सिर्फ दिमाग के आकार को नियंत्रित करता है, बल्कि यह भी तय करता है कि कौन-सा हिस्सा कितनी तेजी से विकसित होगा। यही वजह है कि इंसानी दिमाग बंदरों से अलग और अधिक उन्नत बना।

बीमारियों में मददगार

वैज्ञानिकों का मानना है कि यह खोज केवल विकास की गुत्थी सुलझाने तक ही सीमित नहीं रहेगी, बल्कि इससे भविष्य में कई गंभीर बीमारियों के इलाज में भी मदद मिल सकती है। खासकर, अल्जाइमर और ऑटिज्म जैसी दिमागी बीमारियों को समझने और उनका निदान करने में यह शोध काफी उपयोगी हो सकता है।

क्यों खास है यह खोज?

  • इंसानों और बंदरों के बीच दिमागी अंतर को समझने में मदद।
  • दिमागी बीमारियों के इलाज के नए रास्ते खुल सकते हैं।
  • जेनेटिक साइंस में एक बड़ी उपलब्धि मानी जा रही है।

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