Facial Hair In Girls: आजकल लड़कियों में चेहरे पर बाल आने की समस्या बिल्कुल आम हो गई है। लेकिन क्या आप जानते हैं कि ऐसा क्यों हो रहा है, किस कारण से महिलाएं इसका शिकार हो रही हैं? WHO की रिप्रोडक्टिव हेल्थ एक्सपर्ट डॉक्टर ल्यूबोव येरोफेयेवा ने इसका एक बड़ा चौंका देने वाला कारण बताया है।
Facial Hair In Girls: क्या आप भी अपनी सहेलियों के या खुद के चेहरे पर अनचाहे बाल देखकर हैरान हैं? क्या आपके भी होंठों के ऊपर हल्की मूंछें या चेहरे पर हल्की दाढ़ी दिखाई देने लगी है? इस समस्या को हिर्सुटिज्म (Hirsutism) कहते हैं। पहले यह सिर्फ एक अपवाद हुआ करता था, लेकिन अब यह एक डरावना ट्रेंड बन चुका है। अब आप सोच रहे होंगे कि यह सिर्फ हार्मोनल बदलाव के कारण हो रहा होगा, लेकिन WHO (विश्व स्वास्थ्य संगठन) से जुड़ी टॉप डॉक्टर ने एक ऐसा सच बताया है, जिसे सुनकर आप भी हैरान रह जाएंगे।
सिनर्जी यूनिलर्सिटी के मेडिकल डिपार्टमेंट में सीनियर लेक्चरर डॉक्टर ल्यूबोव येरोफेयेवा, जो WHO की रिप्रोडक्टिव हेल्थ एक्सपर्ट भी हैं, उनका कहना है कि हमारी बदलती लाइफस्टाइल और फास्ट फूड लड़कियों के शरीर के अंदर ऐसा तूफान खड़ा कर रहा है जो अनचाहे बाल आने का कारण बन रहा है। आईए जानते हैं कि इसके और क्या-क्या कारण हैं और इनका वैज्ञानिक इलाज कैसे संभव है।
अनचाहे बाल आने के लिए कोई एक कारण जिम्मेदार नहीं है। WHO से जुड़ी एक टॉप डॉक्टर ने चेहरे पर ये बाल आने के निम्न कारण बताए हैं:
रूसी वेबसाइट इजवेस्टिया (Izvestia) के अनुसार, फास्ट फूड में आप जो बर्गर, फ्रेंच फ्राइज़ (French Fries) और मीठा खाते हैं, उसमें ट्रांस फैट (Trans Fat) बहुत ज्यादा मात्रा में होता है। यह शरीर में इंसुलिन रेजिस्टेंस (Insulin Resistance) को बढ़ाकर हार्मोनल बैलेंस को बिगाड़ देता है। जिस कारण महिलाओं में पुरुष हार्मोन बढ़ने लगता है और इसी कारण उनके चेहरे पर अनचाहे बाल आने लगते हैं।
डॉक्टर ल्यूबोव येरोफेयेवा कहती हैं कि लड़कियों में जब भी मोटापा बढ़ता है तो इससे उनका एस्ट्रोजन हार्मोन भी बढ़ जाता है। कभी-कभी एड्रिनल ग्रंथियों द्वारा बनाए गए फ्री टेस्टोस्टेरोन (Free Testosterone) हार्मोन का लेवल भी बढ़ जाता है। यही हार्मोन बालों के विकास को कंट्रोल करने का काम करता है; इसकी मात्रा बढ़ने से अनचाहे बाल आने की समस्या भी बढ़ जाती है।
हाल ही की एक रिपोर्ट में चौंका देने वाला तथ्य सामने आया है कि लड़कियों को जब पीरियड्स आना शुरू होते हैं, तो इस समय उनके शरीर में हार्मोनल बदलाव ज्यादा होते हैं। ऐसे में जब लड़कियां जंक फूड, ज्यादा तली-भुनी चीजें खाती हैं तो इसका जोखिम और ज्यादा बढ़ जाता है। इंसुलिन रेजिस्टेंस और अनियमित भोजन भी इस समस्या को ट्रिगर करता है।
डॉक्टर कहते हैं कि इस समस्या से अब घबराने की जरूरत नहीं है, इसका वैज्ञानिक रूप से इलाज संभव है। सबसे पहले तो आपको हार्मोनल इम्बैलेंस (Hormonal Imbalance) की जांच करवाकर ट्रीटमेंट लेना चाहिए। इसके अलावा इससे बचने का सबसे बड़ा उपाय आपके खान-पान और लाइफस्टाइल में छिपा हुआ है। हार्मोनल इम्बैलेंस की जांच करवाएं और डॉक्टरी सलाह पर दवाएं लें। फास्ट फूड और जंक फूड का सेवन सीमित करें। वजन को नियंत्रित रखें और नियमित भोजन करें।