स्वास्थ्य

कैसे आंतों के बैक्टीरिया ब्रेन के कार्य को प्रभावित करते हैं? जानिए

Gut-brain connection: आंतों में पाए जाने वाले बैक्टीरिया न केवल पाचन में मदद करते हैं, बल्कि वे मस्तिष्क के कार्यों, जैसे मूड, तनाव, चिंता, और मानसिक स्वास्थ्य को भी प्रभावित करते हैं।

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Feb 27, 2025
How do gut bacteria affect brain function?

Gut-brain connection: साइंस का मानना है कि हमारे शरीर में मौजूद बैक्टीरिया केवल आंतों तक सीमित नहीं होते, बल्कि वे हमारे मस्तिष्क और मानसिक स्वास्थ्य पर भी गहरा असर डालते हैं। इन बैक्टीरिया का मस्तिष्क के कार्यों पर प्रभाव एक अदृश्य कनेक्शन के रूप में सामने आता है जिसे "गट-ब्रेन एक्सिस" (Gut-Brain Axis) कहा जाता है। ऐसे में इस लेख में हम इस कनेक्शन के बारे में विस्तार से जानेंगे।

आंतों और मस्तिष्क के बीच गहरा संबंध : Gut-brain connection

आंतों में लाखों बैक्टीरिया होते हैं, जिन्हें collectively माइक्रोबायोटा (Microbiota) कहा जाता है। ये बैक्टीरिया केवल पाचन में मदद नहीं करते, बल्कि यह हमारे मानसिक स्वास्थ्य, मस्तिष्क के कार्यों और भावनाओं को भी प्रभावित करते हैं। इन बैक्टीरिया के बीच संतुलन का बिगड़ना मानसिक और शारीरिक स्वास्थ्य पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है।

मस्तिष्क और आंतों के बीच जानकारी का आदान-प्रदान वागस नर्व (Vagus Nerve) के माध्यम से होता है। यह नर्व मस्तिष्क और आंतों के बीच मुख्य सूचना मार्ग के रूप में कार्य करता है। इसके माध्यम से आंतों में मौजूद बैक्टीरिया मस्तिष्क के कामकाज को प्रभावित कर सकते हैं।

गट-ब्रेन एक्सिस (Gut-Brain Axis)

गट-ब्रेन एक्सिस एक जटिल नेटवर्क है, जिसमें तंत्रिका तंतु (Nerve fibers), रासायनिक संदेशवाहक (Chemical messengers) और आंतों के बैक्टीरिया शामिल होते हैं। यह नेटवर्क मस्तिष्क और आंतों के बीच दो-तरफा कम्यूनिकेशन करता है, जिससे मानसिक स्थिति, जैसे मूड, चिंता और तनाव को प्रभावित किया जा सकता है। जब आंतों के बैक्टीरिया का संतुलन बिगड़ता है, तो यह मस्तिष्क पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है, जिससे मानसिक समस्याएं उत्पन्न होती हैं।

बैक्टीरिया और मानसिक स्वास्थ्य पर प्रभाव : Effects on bacteria and mental health

आंतों के बैक्टीरिया के असंतुलन से कई मानसिक रोग उत्पन्न हो सकते हैं, जैसे डिप्रेशन, चिंता (Anxiety), स्ट्रेस और नींद की समस्याएं। यह प्रभाव मुख्यतः आंतों में सूजन (Inflammation) और न्यूरोकेमिकल असंतुलन के कारण होता है। बैक्टीरिया हमारे शरीर में विभिन्न रासायनिक पदार्थों का उत्पादन करते हैं, जिनमें से सेरोटोनिन (Serotonin), डोपामाइन (Dopamine) और गाबा (GABA) जैसे रासायनिक संदेशवाहक शामिल हैं। इन रासायनिक पदार्थों का असंतुलन मानसिक स्वास्थ्य पर प्रतिकूल प्रभाव डालता है।

एक शोध के अनुसार, वाशिंगटन विश्वविद्यालय के वैज्ञानिकों ने यह पाया कि आंतों में मौजूद बैक्टीरिया और मस्तिष्क के कार्यों में गहरा संबंध होता है। शोधकर्ताओं ने प्रयोगशाला में चूहों पर परीक्षण किया और पाया कि जब चूहों के आंतों के बैक्टीरिया को बदल दिया गया, तो उनके मूड और मानसिक स्थिति में बदलाव आया। इससे यह सिद्ध हुआ कि आंतों के बैक्टीरिया मानसिक स्वास्थ्य पर असर डाल सकते हैं।

मानसिक स्वास्थ्य में सुधार के उपाय : Ways to improve mental health

प्रोबायोटिक्स का सेवन: प्रोबायोटिक्स आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ाते हैं, जो मस्तिष्क के कार्यों को बेहतर बनाते हैं। दही, किमची, मिसो सूप, और अन्य प्रोबायोटिक खाद्य पदार्थ आंतों के स्वास्थ्य को बनाए रखने में मदद कर सकते हैं।

संतुलित आहार: फाइबर से भरपूर आहार, जैसे फल, सब्जियां और साबुत अनाज, आंतों के अच्छे बैक्टीरिया को बढ़ावा देते हैं। यह मस्तिष्क के कार्य को भी बेहतर करता है।

तनाव नियंत्रण: योग, ध्यान, और नियमित व्यायाम से मानसिक स्थिति में सुधार हो सकता है। यह आंतों के बैक्टीरिया के संतुलन को बनाए रखने में भी मदद करता है।

नींद का महत्व: पर्याप्त और गहरी नींद लेना मानसिक स्वास्थ्य और आंतों के बैक्टीरिया के संतुलन के लिए बहुत जरूरी है।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

Published on:
27 Feb 2025 08:29 am
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