स्वास्थ्य

ज्यादा देर तक कुर्सी पर बैठने से बढ़ सकता है हार्ट का खतरा, जानिए कितनी देर तक ऑफिस में बैठ सकते हैं कुर्सी पर

जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी" में प्रकाशित अध्ययन कहता है कि दिल (Heart attack) की सेहत के लिए एक स्पष्ट संदेश है: सक्रिय रहें और निष्क्रियता के समय को घटाएं।

2 min read
Nov 17, 2024
Heart attack risk

Heart attack risk : ऑफिस में काम काज के कारण लोगों को घंटों तक कुर्सी पर बैठना पड़ जाता है। लेकिन कुर्सी पर ज्यादा बैठना भी आपके लिए घातक हो सकता है। यदि आप लंबे समय तक बैठे रहते हैं या लेटे रहते हैं तो इससे आपके दिल को एक गंभीर समस्या में डाल सकती है। एक ​अध्ययन कहता है कि दिन में 10.6 घंटे या उससे ​अ​धिक समय तक बैठने से दिल की बीमारियों से मौत का खतरा बढ़ सकता है। चाहे आपा नियमित तौर पर वर्कआउट कर रहे हो।

शोध में 90 हजार ब्रिटिश लोग शामिल : 90 thousand British people involved in the research

मैसाचुसेट्स जनरल हॉस्पिटल के शोधकर्ताओं ने लगभग 90 हजार ब्रिटिश लोगों को अपनी शोध में शामल किया और उनकी फिटनेस ट्रैकर्स से प्राप्त आंकड़ों का विश्लेषण कर डिवाइसों को सात दिन तक उनकी गतिविधियों को रिकॉर्ड करने के लिए छोड दिया। ​अध्ययन में पाया गया कि लोग औसतन लगभग सारे दिन में लगभग 9.4 घंटे तक बैठे रहते हैं।

क्या रहा अध्ययन का परिणाम : what was the result of the study

जब ​लगभग आठ साल बाद जब प्रतिभागियों के दिल की सेहत का विश्लेषण किया तो पता चला कि 10.6 घंटे से ज्यादा समय तक बैठे रहना दिल की विफलता का कारण हो सकता है। इससे हार्ट अटैक और स्ट्रोक से मौत का खतरा भी बढ़ सकता है। अध्ययन में यह भी पाया गया कि लोग हफ्ते में 150 मिनट का मध्यम से तेज व्यायाम करते थे जब भी उनमें यह खतरा मौजूद था।

कैसे रखें दिल की सेहत को सही : How to keep your heart healthy

शोध के सह-लेखक शान खुर्शीद का कहना है कि हमारे निष्कर्ष यहा तक पहुंचे कि ​यदि दिल को बेहतर रखना है तो आपको अपने निष्क्रिय समय को करना होगा। उन्होंने अपने सुझाव रखते हुए कहा कि आपके लिए 10.6 घंटे का निष्क्रिय समय एक महत्वपूर्ण सीमा है। यदि आप इसके बाद बैठते हैं तो यह दिल की बीमारियों के लिए खतरा है।

यह शोध "जर्नल ऑफ द अमेरिकन कॉलेज ऑफ कार्डियोलॉजी" में प्रकाशित हुआ और इसे अमेरिकन हार्ट एसोसिएशन के वैज्ञानिक सत्र 2024 में पेश किया गया। दिल की सेहत के लिए एक स्पष्ट संदेश है: सक्रिय रहें और निष्क्रियता के समय को घटाएं।

डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।

Updated on:
17 Nov 2024 03:42 pm
Published on:
17 Nov 2024 03:39 pm
Also Read
View All

अगली खबर