How Much Tea Is Too Much: चाय से भारतीय घरों में लोगों की दिन की शुरुआत होती है जो एक आदत बन चुकी है। ऐसे में क्या आप जानते हैं दिन में कितनी चाय पीना सुरक्षित है? तो चाय के शौकीनों के लिए न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता दिवेकर की ये सलाह है काम की।
How Much Tea Is Too Much: भारत में चाय सिर्फ एक ड्रिंक ही नहीं, बल्कि हर घर में सुबह की शुरुआत का हिस्सा है। लोग सुबह की चाय के साथ दिन की शुरुआत करते हैं। चाय एक एवरेज ड्रिंक नहीं, बल्कि एक एहसास है।अदरक, इलायची और कभी-कभी तुलसी के साथ उबाली गई चाय की सोंधी खुशबू भारतीयों की भावनाओं से जुड़ी होती है।लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि रोजाना कितनी चाय पीना सुरक्षित है?हाल ही में लल्लनटॉप को दिए एक इंटरव्यू में न्यूट्रिशनिस्ट रुजुता देवीजर ने बताया कि “चाय पीने के नुकसान न हो, इसके लिए कुछ टिप्स अपनाने चाहिए"।
रुजुता दिवेकर चाय से जुड़ी टिप्स अक्सर शेयर की जाती हैं, जिससे सेहत को कोई नुकसान न हो। उन्होंने हाल ही में कुछ जानकारियों को साझा किया है। उनका मानना है कि दिन की शुरुआत खाली पेट चाय या कॉफी से नहीं करनी चाहिए। उनके अनुसार, कैफीन या सिगरेट जैसी उत्तेजक चीजें शरीर को नींद से झकझोर कर जगाती हैं। इससे ब्लड प्रेशर, हार्ट रेट और सांस लेने की गति बढ़ जाती है, जिससे शरीर पर तनाव बढ़ता है। हम इसे अक्सर जागने की निशानी समझ लेते हैं, लेकिन असल में यह शरीर को थका देता है।
रुजुता दिवेकर के अनुसार, दो से तीन कप चाय पर्याप्त है। उनका कहना है कि अगर आप नियमित रूटीन वाले इंसान हैं, तो इस सीमा से ज्यादा चाय नहीं पीनी चाहिए।
सुबह चाय के बजाय कोई भी मौसमी फल खाना बेहतर है। इससे ब्लड शुगर संतुलित रहता है और ऊर्जा लंबे समय तक मिलती है।
चाय का आनंद दोपहर या दोपहर बाद लेना सबसे ठीक है। इस समय शरीर पोषक भोजन ले चुका होता है और कैफ़ीन का असर सहजता से झेल पाता है।
दिवेकर मानती हैं कि देर शाम चाय पीने से नींद पर असर पड़ सकता है। कैफीन देर तक शरीर में रहता है और बेचैनी पैदा कर सकता है।
कई लोग नाश्ते या डिनर की जगह सिर्फ चाय पीते हैं। यह आदत सेहत को नुकसान पहुंचाती है क्योंकि इससे ज़रूरी पोषण नहीं मिल पाता। साथ ही चाय अम्लीय (Aacidic) होती है। ज़्यादा मात्रा में लेने पर यह पेट की परत को प्रभावित कर सकती है और गैस या जलन जैसी समस्या बढ़ा सकती है।
चाय अम्लीय (Acidic) होती है। ज्यादा मात्रा में लेने पर यह पेट की परत को प्रभावित कर सकती है और गैस या जलन जैसी समस्या बढ़ा सकती है।
नमकीन, बिस्कुट या पकौड़े जैसी तली-भुनी चीजें चाय के साथ आमतौर पर खाई जाती हैं, लेकिन ये सेहत के लिए अच्छी नहीं हैं। बेहतर है कि आप मखाने, भुना चना या बीज (seeds) जैसे हेल्दी स्नैक्स चुनें।चाय को छोड़ना जरूरी नहीं, बस सही समय और सही मात्रा में पीना चाहिए। संतुलन और थोड़ी समझदारी से आप अपनी चाय की आदत का पूरा आनंद ले सकते हैं।