Diwali 2024 : पटाखे जलाने के दौरान हाथों पर बारूद के कण और रासायनिक पदार्थ लग सकते हैं, जो आंखों को छूने पर जलन का कारण बन सकते हैं। इसलिए, पटाखे जलाने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना आवश्यक है
Diwali 2024 : दिपावली जैसे त्योहारों पर पटाखे फोड़ने की परंपरा कई सालों से चली आ रही है। त्योाहारों के साथ विवाह समारोह पर भी पटाखे खूब थुम थाम से फोड़े जाते हैं। लेकिन क्या आपको पता है इसका सबसे ज्यादा असर हमारी आंखों पर पड़ता है। आंखों के साथ पर्यावरण के लिए भी ये नुकसानदायक होते हैं। पटाखों (Diwali 2024) में रासायनिक तत्व हमारी आंखों को नुकसान पहुंचाते हैं जिससे आंखों में जलन, खुजली और सूजन जैसी समस्या हो सकती है। आइए जानते हैं पटाखों से आंखों को कैसे सुरक्षित रखा जा सके।
चश्मा पहनने से पटाखों से उत्पन्न धुएं और रासायनिक तत्वों के आंखों के संपर्क में आने की संभावना कम हो जाती है। इसके अलावा, पटाखों से निकलने वाली चिंगारियों और कणों से सुरक्षा के लिए भी चश्मा एक प्रभावी उपाय हो सकता है। पटाखे जलाते समय या उनका आनंद लेते समय यह सुनिश्चित करें कि आप सुरक्षित दूरी बनाए रखें। निकटता से पटाखों (Diwali 2024) के कण आपकी आंखों को हानि पहुंचा सकते हैं।
पटाखें जलाने के बाद हाथ धोएं
पटाखे जलाने के दौरान हाथों पर बारूद के कण और रासायनिक पदार्थ लग सकते हैं, जो आंखों को छूने पर जलन का कारण बन सकते हैं। इसलिए, पटाखे जलाने के बाद अपने हाथों को अच्छी तरह से धोना आवश्यक है और आंखों को बार-बार छूने से बचना चाहिए।
एलोवेरा जेल का उपयोग करें
अगर आपको ऐसा अनुभव हो रहा है कि आपकी आंखों में धुंधलापन आ गया है, तो एलोवेरा जेल का उपयोग करने से आंखों में जलन की समस्या को कम किया जा सकता है और रासायनिक धुएं के प्रभाव को भी घटाया जा सकता है।
अस्थमा और सांस मरीज रखें अपना इनहेलर अपने साथ
लोगों को अस्थमा और सांस संबंधी बीमारियों से प्रभावित होने पर पटाखों (Diwali 2024) के धुएं और शोर से दूर रहना चाहिए, और उन्हें अपने इनहेलर को हमेशा अपने पास रखना चाहिए।
आई ड्रॉप्स का उपयोग करें
यदि आपको पटाखों के धुएं के कारण आंखों में लालिमा, जलन या सूजन जैसी समस्याएं हो रही हैं, तो तुरंत डॉक्टर से संपर्क करें और उनके द्वारा सुझाए गए आई ड्रॉप्स का उपयोग करें। ध्यान रखें कि बिना डॉक्टर की सलाह के किसी भी प्रकार के ड्रॉप या दवा का प्रयोग न करें, अन्यथा समस्या और बढ़ सकती है।
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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।