मोटापा अनेक बीमारियों का कारण बनता है। यदि आप इसे नियंत्रित करने में असर्मथ रहते हैं तो यह आपके दिमाग (brain) के लिए खतरा बन सकता है। आइए जानते से कैसे बचा जाएं मोटापे से।
obesity affects brain : मोटापे की समस्या दिनों दिन बढ़ती जा रही है। मोटापे को कंट्रोल लिए तमाम तरीके अपना रहे हैं लेकिन फिर भी लोग इसे नियंत्रित नहीं कर पाते हैं। आजकल का खानपान ही ऐसा हो गया है कि लोग इसकी और आकर्षित होते जा रहे हैं जिससे उनकी सेहत बिगड़ती चली जा रही है। हमारी शारीरिक गतिविधि में भी कमी आ गई है। इन सभी कारणों के कारण भारतीय मोटापे का शिकार होते चले जा रहे हैं।मोटापा जब भी आता है तो यह अकेला नहीं आ आता है इसके साथ अनेक बीमारियां भी साथ आती है जैसे उच्च रक्तचाप, मधुमेह, हार्मोनल असंतुलन, हृदय रोग आदि। मोटापे का असर आपके मानसिक (Brain) स्वास्थ्य पर भी देखने को मिलता है।
पिछले कुछ समय से हुए अध्ययन बताते है कि यदि आप पेट के मोटापे से ग्रसित है तो यह आपके दिमाग पर नकारात्मक प्रभाव ड़ाल सकते हैं। इसका कारण है यदि किसी व्यक्ति की लंबाई 5 फीट 10 इंच या उससे अधिक है और उसकी कमर का माप 36 इंच से अधिक है, तो यह एक चेतावनी का संकेत है। बताया जाता है कि आपकी कमर का माप आपकी ऊँचाई के आधे से भी कम होना चाहिए। इसलिए जैसे जैसे आपके पेट पर वसा का भार बढ़ता जाता है बीमारियों का खतरा भी बढ़ता चला जाता है।
इसी को लेकर शोध का मानना है कि इसका असर ब्रेन (Brain) के साइज पर पड़ता है। आपके दिमाग का आकार दिमाग की फिटनेस और फंक्शन्स को निर्धारित करता है। जब आपके शरीर पर चर्बी की परतें बढ़ने लगती है तो इससे दिमाग के ग्रे मैटर में कमी आ सकती है जिससे दिमाग सिकुड़ भी सकता है। जिसके कारण इसका प्रभाव आपकी याददाश्त पर पड़ता है और डिमेंशिया जैसी स्थितियां भी बन सकती हैं।
वर्ल्ड हेल्थ ऑर्गेनाइजेशन का कहना है कि जिन मरीजो में एडीएचडी(अटेंशन डेफिसिट हाइपरएक्टिविटी डिसऑर्डर) होती है उनमें मोटापा बढ़ने के ज्यादा चांस होते हैं। जब दिमाग (brain) की उलझन बढ़ जाती है तब भी मोटाप बढ़ सकता है।
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डिसक्लेमरः इस लेख में दी गई जानकारी का उद्देश्य केवल रोगों और स्वास्थ्य संबंधी समस्याओं के प्रति जागरूकता लाना है। यह किसी क्वालीफाइड मेडिकल ऑपिनियन का विकल्प नहीं है। इसलिए पाठकों को सलाह दी जाती है कि वह कोई भी दवा, उपचार या नुस्खे को अपनी मर्जी से ना आजमाएं बल्कि इस बारे में उस चिकित्सा पैथी से संबंधित एक्सपर्ट या डॉक्टर की सलाह जरूर ले लें।